Raigarh Chhatisgarh News: गुरु का आशीर्वाद और जनता का विश्वास ही मेरी ताकत है-मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
मुख्यमंत्री लैलूंगा के भुईयांपानी में दीप महोत्सव कार्यक्रम में हुए शामिल

Raigarh Chhatisgarh News: रायगढ़, 21 अक्टूबर 2025/ दीपावली के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा तहसील के ग्राम भुईयांपानी पहुंचे। यहां उन्होंने गुरुधाम में आयोजित दीप महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होकर अपने आराध्य संत गुरुदेव स्वामी धनपती पंडा जी एवं श्रीमती प्रेमशीला पंडा की प्रतिमाओं के समक्ष शीश नवाया तथा प्रदेशवासियों के सुख, शांति, समृद्धि और खुशहाली की मंगलकामना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा, यह दीपोत्सव हर घर में उजियारा और हर जीवन में सुख, समृद्धि, शांति एवं प्रेम का प्रकाश फैलाए। गुरु का आशीर्वाद सदैव हम सब पर बना रहे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने शिवमंदिर में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और हनुमान मंदिर एवं वटवृक्ष की पूजा-अर्चना भी की।
मुख्यमंत्री श्री साय का अपने गुरु स्वामी धनपती पंडा जी के प्रति गहरा भावनात्मक जुड़ाव रहा है। महज दस वर्ष की आयु से ही वे उनके अनुयायी हैं और आज भी अपने जीवन के हर महत्वपूर्ण निर्णय से पूर्व गुरु का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी वे इस पवित्र गुरु-शिष्य परंपरा का पूर्ण निष्ठा से पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, गुरुदेव के सान्निध्य ने मुझे सेवा, सादगी और समर्पण का मार्ग सिखाया है। उनके संस्कारों और आशीर्वाद से ही मैं जनसेवा के पथ पर आगे बढ़ पाया हूं। गुरुदेव ने सिखाया है कि माता-पिता ही हमारे सबसे बड़े गुरु हैं। उनकी सेवा से ही जीवन में सच्चा आनंद और पूर्णता प्राप्त होती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह संतों और प्रदेश की जनता का ही आशीर्वाद है कि एक किसान का बेटा मुख्यमंत्री बना है। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल के 22 महीने़ में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी योजनाओं को धरातल पर उतारना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों के विकास के लिए राज्य सरकार सुशासन, पारदर्शिता और विकास के संकल्प के साथ कार्य कर रही है। किसानों को दो वर्षों का बकाया बोनस प्रदान किया गया। धान खरीदी की सीमा 15 क्विंटल से बढ़ाकर 21 क्विंटल प्रति एकड़ कर दी गई है। धान का समर्थन मूल्य 3,100 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 1,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। 18 लाख आवास प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत किए गए हैं। ई-गवर्नेंस की शुरुआत हो चुकी है और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। भूमिहीन मजदूर सहायता योजना, तेंदूपत्ता खरीदी 5,500 प्रति मानक बोरा, रामलला दर्शन योजना एवं मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना जैसी योजनाएं जनहित में चलाई जा रही हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं, जिनमें गुरुधाम में 1 करोड़ की लागत से सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण किया जाएगा। वहीं महतारी सदन के लिए 29 लाख की राशि स्वीकृत की गई। गुरुधाम में हाईमास्ट लाइट, तालाब का सौंदर्यीकरण, बोर खनन एवं अन्य स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति की घोषणा भी की गई।
इस अवसर पर लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया ने उपस्थित सभी लोगों को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस संसार में गुरु से बढ़कर कोई नहीं है। गुरु ही वह प्रकाशस्तंभ हैं जो हमें अंधकारमय जीवन से निकालकर ज्ञान, अनुशासन और नैतिकता के पथ पर अग्रसर करते हैं। गुरु की प्रेरणा ही जीवन में सच्चा आनंद, आत्मिक शांति और सर्वोच्च सुख प्रदान करती है। उनका मार्गदर्शन जीवन को अर्थपूर्ण बनाता है। मौके पर राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर महापौर नगर निगम श्री जीवर्धन चौहान, संत सनातन धर्मदेवी संत समाज के अध्यक्ष श्री सहदेव पंडा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दीपक सिदार, श्री सत्यानंद राठिया, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, सीईओ जिला पंचायत श्री अभिजीत बबन पठारे सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
*छात्राओं को कॉलेज शिक्षा के लिए मिलेगी सालाना 30,000 की सहायता*
छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश की छात्राओं की उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब राज्य के सरकारी स्कूलों से 10वीं एवं 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को महाविद्यालयीन शिक्षा के लिए 30,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। सरकार के इस फैसले से आर्थिक रूप से कमजोर तबके की छात्राओं को अब पढ़ाई के बीच में रुकावट का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे और वे आत्मनिर्भर बनकर अपने करियर की दिशा तय कर सकेंगी। इस योजना के तहत पात्रता के लिए छात्रा को छत्तीसगढ़ राज्य के सरकारी विद्यालय से 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास करनी होगी। जिसकेे बाद वे प्रतिमाह ढ़ाई हजार रुपए, सालाना 30,000 की सहायता राशि प्राप्त कर सकेगी।