मुश्किल से बनी ये फिल्म हीरों ने घर बेचकर बनाई फिल्म जीते 2 नेशनल अवॉर्ड ,जाने
मुश्किल से बनी ये फिल्म हीरों ने घर बेचकर बनाई फिल्म जीते 2 नेशनल अवॉर्ड
मुश्किल से बनी ये फिल्म हीरों ने घर बेचकर बनाई फिल्म जीते 2 नेशनल अवॉर्ड ,जाने हीरों ने स्क्रिप्ट को लेकर दर-दर भटकता रहा लेकिन कोई नहीं माना आखिरकार खुद को ही रिलीज़ करनी पड़ी मोवी और घर बेचकर लगाया पैसा जाने पूरी कहानी जानने के लिए अंत तक बने रहे
मुश्किल से बनी ये फिल्म हीरों ने घर बेचकर बनाई फिल्म जीते 2 नेशनल अवॉर्ड ,जाने
कैसी है कहानी(how is the story)
तुम्बाड एक छोटे बजट की भारतीय भाषा की लोककथा हॉरर फिल्म है, जिसका निर्देशन राही अनिल बर्वे ने किया है। इस फिल्म का निर्माण सोहम शाह, आनंद एल. राय, मुकेश शाह और अमिता शाह ने किया है। विनायक राव की मुख्य भूमिका में सोहम शाह अभिनीत यह फिल्म महाराष्ट्र के तुम्बाड नामक भारतीय गांव में 20वीं सदी के छिपे हुए खजाने की खोज की कहानी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लेखक-निर्देशक राही अनिल बर्वे ने ‘तुम्बाड’ का पहला ड्राफ्ट 1997 में लिखा था? इस फिल्म का शीर्षक श्रीपाद नारायण पेंडसे के मराठी उपन्यास तुम्बाडचे खोट से लिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2009-2010 में राही ने 700 पन्नों का स्टोरीबोर्ड लिखा था।
मुश्किल से बनी फिल्म(difficult film to make)
यह पहली बार 2008 में बननी शुरू हुई थी। फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी को मुख्य भूमिका में लिया गया था। अचानक ही निर्माता फिल्म बनाने से पीछे हट गए और इस कारण फिल्म नहीं बन सकी और शूटिंग बंद हो गई। ‘तुम्बाड’ आखिरकार 2012 में फ्लोर पर आई। हालांकि संपादन के दौरान अनिल फिल्म से संतुष्ट नहीं थे। इसलिए फिल्म को साल 2015 में फिर से लिखा और शूट किया गया। अनिल बर्वे के अनुसार कई निर्माताओं ने इस परियोजना का समर्थन करने से इनकार कर दिया, ‘हिंदी सिनेमा में इस तरह का कुछ भी पहले कभी नहीं किया गया था।’ फिल्म को 5 साल और 4 मानसून में शूट किया गया था। इस वजह से फिल्म का बजट सोचे हुए से काफी ज्यादा हो गया और फिर फिल्म के नायक, निर्माता ने फिल्म के लिए अपना घर और कार बेच दी।
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सोहम ने सुनाई पूरी कहानी(Soham told the whole story)
आजतक को दिए इंटरव्यू में सोहम ने बताया कि फिल्म को पूरा करने के लिए उन्होंने अपना घर और कार तक बेच दी। ‘जब तक फिल्म बनी, मैं आर्थिक रूप से थक चुका था। इन सात सालों में मुझे अपना फ्लैट बेचना पड़ा, फिर कुछ और प्रॉपर्टी बेचनी पड़ी और आखिरकार अपनी कार भी बेचनी पड़ी।’ फिर फिल्ममेकर आनंद एल राय ने फिल्म को प्रोड्यूस किया और आखिरकार 2018 में इसे रिलीज किया गया। 5 करोड़ रुपये में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 13 करोड़ रुपये कमाए। हालांकि जब यह ओटीटी पर आई, तो इसने सभी का दिल जीत लिया और हिट हो गई। अब फिल्म को फिर से सिनेमाघरों में रिलीज किया गया है। पिछले कुछ सालों में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने के बावजूद इस फिल्म ने कल्ट स्टेटस हासिल कर लिया है।