Mauni Amavasya : जानिए क्या है मौनी अमावस्या का महत्व, क्या इस अमावस्या में रहेगा सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग.?

Mauni Amavasya : हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथियों का खास महत्व होता है. माघ माह में आने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं. माघ अमावस्या (Magh Amavasya) के दिन मौन व्रत (Maun Vrat) रखने का विशेष महत्व है और इसीलिए इस अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है. इस वर्ष 26 जनवरी को माघ माह की शुरूआत हो रही है. ऐसे में जानिए किस दिन पड़ रही है मौनी अमावस्या, इस दिन बनने वाले शुभ संयोग के बारे में और क्या है इस अमावस्या का महत्व.
कब है मौनी अमावस्या
पंचांग के अनुसार, माघ अमावस्या की तिथि 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 2 मिनट से शुरू होकर 10 फरवरी को सुबह 4 बजकर 28 मिनट तक रहेगी. इस चलते 9 फरवरी, शुक्रवार को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी. इस साल मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्ध योग का शुभ संयोग बन रहा है. 9 फरवरी को सर्वार्थ सिद्ध योग सुबह 7 बजकर 5 मिनट से रात 11 बजकर 29 मिनट तक है. मान्यतानुसार सर्वार्थ सिद्ध योग में किए गए कार्यों में सफलता मिलती है और पूजा-पाठ का पूर्ण लाभ भक्तों को प्राप्त होता है.
मौनी अमावस्या का महत्व
Mauni Amavasya : मान्यता है कि इस दिन मौन व्रत रखने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और पितृ दोष व काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है. मौनी अमावस्या के दिन गंगा या पवित्र नदियों में स्नान के बाद तिल, आवंला वस्त्र आदि के दान से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन मौन रहकर आत्मचिंतन करना चाहिए और अपने दुर्गुणों को दूर करने के बारे में विचार करना चाहिए. कहते हैं इस दिन गंगा स्नान से जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं.



