Indus Water Treaty: सिंधु जल समझौता पर फिर से करें विचार, भारत को खत लिख कर पाकिस्तान ने लगाई गुहार…

Indus Water Treaty पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को स्थगित कर दिया है। भारत के इस फैसले से पाकिस्तान की नींद उड़ गई है। पाकिस्तान ने एक बार फिर गुहार लगाई है कि भारत अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय को पत्र लिखकर अपील की है कि भारत के इस कदम से पाकिस्तान में गंभीर जल संकट पैदा हो सकता है।
इशाक डार दे चुका है भारत को गीदड़भभकी
वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार भारत को गीदड़ भभकी दे चुका है कि अगर भारत और पाक के बीच पानी का विवाद नहीं सुलझा तो यह सीजफायर ज्यादा दिन नहीं चलेगा।
क्या है सिंधु जल समझौता?
साल 1960 में सिंधु जल समझौता हुआ था। समझौते के तहत सिंधु, चिनाब, झेलम नदी का पानी पाकिस्तान को और रावी, व्यास, सतलुज का पानी भारत को मिला था। आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो टूक कहा है कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते
PAK के विदेश मंत्री ने दी थी गीदड़भभकी
Indus Water Treatyपाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने मंगलवार (13 मई 2025) को कहा कि अगर भारत सिंधु जल संधि को फिर से शुरू नहीं करता है और हमारी तरफ आने वाले पानी को मोड़ने की कोशिश करता है तो दोनों देशों के बीच लागू हुआ संघर्ष विराम खतरे में पड़ सकता है. उन्होंने कहा, “हम भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम का स्वागत करते हैं, लेकिन दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के क्षेत्रों में बड़े सैन्य अभियानों के बाद, जल मुद्दे को जल्द ही हल करने की आवश्यकता है.”



