IND vs GER Hockey : 44 साल बाद टूटा गोल्ड जीतने का सपना, जर्मनी ने भारत को 3-2 से हराया
IND vs GER Hockey पेरिस: विश्व चैम्पियन जर्मनी ने भारतीय हॉकी टीम का 44 साल बाद ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का सपना मंगलवार को सेमीफाइनल में उसे 3 . 2 से हराकर तोड़ दिया । अपने अनुभवी डिफेंडर अमित रोहिदास के बिना उतरी भारतीय टीम ने आज दबाव में कई गलतियां की जिसका जर्मनी ने पूरा फायदा उठाया । भारत के लिये सातवें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने और 36वें मिनट में सुखजीत सिंह ने गोल किया जबकि जर्मनी के लिये गोंजालो पेयाट ने 18वें, क्रिस्टोफर रूर ने 27वें और मार्को मिल्टकाउ ने 54वें मिनट में गोल दागे। भारतीय टीम अब आठ अगस्त को कांस्य पदक के मुकाबले में स्पेन से खेलेगी जबकि फाइनल नीदरलैंड और जर्मनी के बीच खेला जायेगा।
दूसरे क्वार्टर में आगे निकला जर्मनी
भारत ने पहले क्वार्टर में 1-0 की बढ़त बनाई थी, लेकिन दूसरे क्वार्टर में जर्मनी ने पहले पेनल्टी कॉर्नर और फिर पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल कर 2-1 की बढ़त हासिल कर ली थी। इस तरह हॉफ टाइम तक जर्मनी भारत से आगे चल रहा था। भारत के लिए तीसरे क्वार्टर में बराबरी का गोल दागा। भारत के लिए सुखजीत सिंह ने 36वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दाग स्कोर 2-2 से बराबर किया।
IND vs GER Hockey चौथे क्वार्टर की शुरुआत में दोनों टीमें बराबरी पर चल रही थीं और लग रहा था कि यह मुकाबला भी शूटआउट में जाएगा, लेकिन जर्मनी के लिए मार्को मिल्टकाउ ने 54वें मिनट में गोल दागा और जर्मनी को भारत पर 3-2 की महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई। बढ़त लेने के बावजूद जर्मनी ने आक्रामक खेल खेलना जारी रखा, जबकि भारतीय खिलाड़ी गेंद अपने पाले में लाने के लिए जूझते दिखे। अंतिम सिटी बजने तक भारतीय टीम बराबरी का गोल नहीं दाग सकी और उसका सपना एक बार फिर टूट गया। भारत को टोक्यो ओलंपिक में भी सेमीफाइनल में हार मिली थी। भारत को इस मैच में रोहिदास की कमी खली जो एक मैच का निलंबन झेलने के कारण यह महत्वपूर्ण मुकाबला नहीं खेल सके।