स्वास्थ्य

Health Tips: डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए पीएं ये हरा जूस, फॉस्टिंग से लेकर पोस्ट मील शुगर तक हो जाएगा कंट्रोल

Health Tips आजकल की अनियमित जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से देश में ज़्यादातर लोग डायबिटीज की चपेट में आ रहे हैं। प्रोसेस्ड फूड, मीठे पेय पदार्थ, और तला-भुना खाना इसके प्रमुख कारण हैं, जिनसे मोटापा और मेटाबॉलिज्म संबंधी समस्याएं होती हैं, जो मधुमेह की शुरुआत का कारण बनती हैं। इसके अलावा, शारीरिक व्यायाम की कमी और तनाव भी इस बीमारी के जोखिम को बढ़ाते हैं। अगर समय रहते शुगर को कंट्रोल नहीं किया गया तो शरीर कई बीमारियों का घर बन सकता है। ऐसे में बढ़े हुए ब्लड शुगर को कम करने के लिए अपनी डाइट में करेला शामिल करें। यह एक ऐसी सब्जी है जो डायबिटीज में बेहद फायदेमंद मानी जाती है। चलिए जानते हैं शुगर कन्ट्रोल करने में करेला कैसे फायदेमंद है?

 

डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है करेला?

करेला में पोटेशियम, विटामिन ए, बी, सी के साथ राइबोफ्लेविन जैसे तत्व पाए जाते हैं जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को शक्ति देते हैं। जिससे बॉडी में सही सही मात्रा में इंसुलिन बनने लगता है। इसमें मौजूद हाइपोग्लाइसेमिक और पॉलीपेप्टाइड-पी और चारेंटिन जैसे कंपाउंड इंसुलिन की मात्रा बढ़ाकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है

 

 

कैसे बनाएं करेले का जूस:

करेले का जूस बनाने के लिए 1 खीरा, 2 करेला और 3 टमाटर लें। ग्राइंडर में इसका जूस निकाल लें। रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। आप चाहे तो स्वाद के लिए नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव कम करना भी मधुमेह के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है।

 

करेले के जूस का सेवन करने से मिलते हैं ये फायदे

करेले का जूस रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के अलावा, पाचन में सुधार करता है, वजन घटाने में मदद करता साथ ही यह त्वचा और बालों को भी हेल्दी रखता है। यह विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं और शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

 

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Rgh किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

 

 

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