Health And Fitness: पटाखों के धुएं से हो सकता है फेफड़ों को नुकसान, बस आज से पीना शुरू कर देंगे ये 3 ड्रिंक्स, नहीं होगा सांस की समस्या

Health And Fitness दीपावली रोशनी, खुशियों और मिठास का त्योहार है। इस खास मौके पर घरों में तरह तरह के पकवान पकाए जाते हैं और पूरे परिवार के साथ इस त्योहार को धूम धाम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। दिवाली को रोशनी का त्योहार कहा गया है। ऐसे में लोग जमकर पटाखे भी फोड़ते हैं। आसमान रंग बिरंगे पटाखों से जगमाता नज़र आता है। लेकिन पटाखों से निकले वाले घुएं हमारी सेहत को बुरी तरह नुकसान पहुंचाते हैं। पटाखों से निकली वाले घुएं सबसे ज्यादा फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। इसकी वजह से लोगों को अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है। इस दौरान फेफड़ों को अंदर से साफ रखना और इम्यूनिटी को मजबूत रखना बेहद जरूरी है। ऐसे में यहां हम कुछ ऐसे ड्रिंक्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके फेफड़ों को मजबूत बनाने का काम करेंगे।
फेफड़ों को सुरक्षित रखने के लिए ड्रिंक्स
ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट का बेहतरीन सोर्स माना जाता है। जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है। ग्रीन टी का सेवन करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। प्रदूषण और धुएं से फेफड़ों को बचाने के लिए आप रोजाना ग्रीन टी पिएं।
अदरक और नींबू की चाय
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और नींबू में विटामिन सी पाया जाता है। जो प्रदूषण और धुएं के कारण फेफड़ों में आई सूजन को कम करने का काम करता है। इसकी चाय इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने का काम करती है। ऐसे में इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए आप दिन में एक से दो बार अदरक और नींबू की चाय पी सकते हैं।
हल्दी वाला दूध
Health And Fitnessहल्दी वाला दूध भी फेफड़ों और शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट भी होता है, जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करती है। साथ ही ये सर्दी-जुकाम से छुटकारा दिलाने में भी सहायक है। ऐसे में रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध जरूर पिएं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Rgh किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।