HDFC ने तीन महीने में 6वीं बार महंगा किया होम लोन, अब 0.25 फीसदी बढ़ाया

नई दिल्ली HDFC Bank : रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद अब बैंकों ने भी अपने कर्ज की ब्याज दरें बढ़ानी शुरू कर दी है. निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक हाउसिंग डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कॉरपोरेशन (HDFC) ने होम लोन महंगा कर दिया है.
शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बैंक ने बताया कि हाउसिंग लोन के रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. नई ब्याज दरें 9 अगस्त से प्रभावी हो जाएंगी. बैंक ने कहा कि यह बढ़ोतरी आरबीआई की ओर से रेपो रेट बढ़ाए जाने के बाद हुई है. इससे पहले बैंक ने 1 अगस्त को भी होम लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी. HDFC मई से अब तक अपने होम लोन की ब्याज दरों में 6 बार बढ़ोतरी कर चुका है
रेपो रेट के बराबर महंगा हुआ कर्ज
HDFC ने इससे पहले 1 अगस्त को भी RPLR में 0.25 फीसदी की वृद्धि की थी. मई से अब तक हुई 6 बार की बढ़ोतरी में कर्ज की ब्याज दरें कुल 1.40 फीसदी महंगी हो चुकी हैं. इसका मतलब है कि बैंक से होम लोन वाले ग्राहकों को भी अब इतना ही फीसदी ज्यादा ब्याज का भुगतान करना पड़ रहा है. आरबीआई भी मई से अब तक अपने रेपो रेट में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है.
एमसीएलआर भी बढ़ाया
HDFC ने एक दिन पहले ही मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में भी बढ़ोतरी की थी. बैंक ने 8 अगस्त को बताया था कि एमसीएलआर की दरें सभी टेन्योर के लिए 5 से 10 आधार अंक बढ़ाई जा रही हैं और नई दरें 8 अगस्त से ही प्रभावी हो जाएंगी. इससे पहले केंद्रीय बैंक आरबीआई ने 5 अगस्त को अपने रेट रेट में 0.50 फीसदी की बड़ी बढ़ोतरी की थी. आरबीआई का यह कदम बढ़ती महंगाई को थामने के लिए था, लेकिन फिलहाल महंगाई काबू में आती नहीं दिख रही है. फिलहाल रेपो रेट बढ़कर 5.4 फीसदी पहुंच गया है , जो अगस्त 2019 के बाद सबसे ज्यादा है.
मई से अब तक कितना बढ़ गया बोझ
HDFC Bank : HDFC की वेबसाइट के मुताबिक, होम लोन की शुरुआत ब्याज दर पहले 7.70 फीसदी थी, जो अब बढ़कर 7.95 फीसदी हो जाएगी. अगर मई से बात करें तो इसकी दरों में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है. हम लोन पर ईएमआई बढ़ने की गणना करें तो 30 लाख का लोन पहले 6.55 फीसदी ब्याज पर 20 साल के लिए लेने पर हर महीने ईएमआई 22,456 रुपये आती थी. लेकिन, मई के बाद से ब्याज दरें 1.40 फीसदी बढ़ जाने के कारण अब प्रभावी ब्याज दर 7.95 फीसदी हो गई है. यानी अब हर महीने की ईएमआई बढ़कर 25,000 रुपये हो गई है. यानी आपके ऊपर हर महीने करीब ढाई हजार रुपये का खर्च बढ़ गया है|