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Ganesh Visarjan 2024: कब है अनंत चतुर्थी, गणेश विसर्जन करते समय रखे इन का नियमो ध्यान,जाने

विसर्जन करते समय रखे इन का नियमो ध्यान

Ganesh Visarjan 2024: कब है अनंत चतुर्थी, गणेश विसर्जन करते समय रखे इन का नियमो ध्यान,जाने सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी की जितनी ज्यादा मान्यता होती है उतनी ही अनंत चतुर्थी की भी मान्यता होती है भाद्रपथ के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाता है इस वर्ष अनंत चतुर्थी कब है और किन-किन नियमो का पालन करना चाहिए जानने के लिए हमारे साथ अंत तक बने रहे

Ganesh Visarjan 2024: कब है अनंत चतुर्थी, गणेश विसर्जन करते समय रखे इन का नियमो ध्यान,जाने

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  1. अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन होता है।
  2. यह पर्व भाद्रपद माह में मनाया जाता है।
  3. गणेश विसर्जन के दौरान कई बातों का ध्यान में रखना चाहिए।

अनंत चतुर्दशी शुभ मुहूर्त (Anant Chaturdashi Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 16 सितंबर, 2024 को दोपहर 03 बजकर 10 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं, इस तिथि का समापन 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर होगा। ऐसे में अनंत चतुर्दशी मंगलवार, 17 सितंबर को मनाई जाएगी। गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है-

प्रात मुहूर्त- सुबह 09 बजकर 11 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक।

अपराह्न मुहूर्त- दोपहर 03 बजकर 19 मिनट से लेकर 04 बजकर 51 मिनट तक।

सायाह्न मुहूर्त- दोपहर 07 बजकर 51 मिनट से लेकर 09 बजकर 19 मिनट तक।

रात्रि मुहूर्त- दोपहर 10 बजकर 47 मिनट से लेकर 18 सितंबर को रात्रि 03 बजकर 11 मिनट तक।

गणेश विसर्जन के नियम

  • विसर्जन के लिए गणपति को ले जाते समय एक बात का विशेष ध्यान रखें कि उनका मुख घर की ओर होना चाहिए। माना जाता है कि घर की तरफ पीठ रखने से गणेश जी नाराज हो जाते हैं।
  • गणेश विसर्जन से पहले गणपति बप्पा से जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए प्रार्थना करें और उनसे जाने-अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा मांगे।
  • विसर्जन से पहले प्रभु की आरती करनी चाहिए और प्रिय चीजों का भोग लगाना चाहिए।
  • गणपति बप्पा को शुभ मुहूर्त में विदा करना चाहिए।
  • पूजा के दौरान अर्पित की गई चीजों को प्रभु के संग ही विसर्जित कर देनी चाहिए।
  • भगवान गणेश से अगले वर्ष आने की कामना करनी चाहिए।

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