चीकू की बागवानी कर किसान भाई कमा रहे है तगड़ा मुनाफा, जानिए खेती का उचित तरीका और होने वाला लाभ

चीकू की बागवानी कर किसान भाई कमा रहे है तगड़ा मुनाफा, जानिए खेती का उचित तरीका और होने वाला लाभ , नमस्कार दोस्तों आपको तो पता ही है कि अभी के समय पर किसान भाई नई तकनीक को से आगे बढ़ रहे हैं और पारंपरिक खेती को छोड़कर नई-नई खेती के तरीकों को अपना रहे हैं. आज के समय पर ज्यादातर किसान भाई फलों की बागवानी से काफी अच्छा पैसा कमा रहे हैं. इसलिए आज हम आपको बहुत ही शानदार फल चीकू के बारे में जानकारी देने वाले हैं. दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसका जन्म स्थान मैक्सीको और मध्य अमेरिका को बताया जाता है. साथी आपको बता दे कि यह पोषक तत्वों से भरपूर स्वादिष्ट फल है. जिससे कि आप काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं और भारत में मुख्य रूप से इसकी खेती कर्नाटक तमिलनाडु और केरल के साथ आंध्र प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात में इसकी खेती काफी ज्यादा की जाती है.
दोस्तों अगर आप भी इसकी खेती करना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसकी अच्छी और फायदेमंद खेती के लिए आप गहरी जलौढ़, रेतीली दोमट और काली मिट्टी का प्रयोग कर सकते हैं. साथ ही मिट्टी का पीएच मान 6 से 8 के बीच काफी फायदेमंद माना जाता है. दोस्तों ध्यान रहे कि आप चिकनी मिट्टी और कैल्शियम की उच्च मात्रा वाले मिट्टी में इसकी खेती न करें और फल की बेहतर विकास के लिए आप 11 से 38 डिग्री तापमान और 70% आरएच आद्रता वाले जलवायु में इसकी खेती कर सकते हैं. दोस्तों आप कलम या इसके बीजों को नर्सरी से तैयार कर सकते हैं. इसके बाद आप इसकी रोपाई कर सकते हैं और ध्यान रहे की क्यारी में एक फिट की दूरी पर पंक्ति में बीजों को लगाते हैं.
चीकू की बागवानी कर किसान भाई कमा रहे है तगड़ा मुनाफा, जानिए खेती का उचित तरीका और होने वाला लाभ
दोस्तों चीकू के पौधों की रोपाई जून से जुलाई के महीने में काफी फायदेमंद होती है. वहीं पर आपको बता दे कि पौधों से पौधों की दूरी 8 मीटर और पंक्ति से पंक्ति की दूरी 8 मी रखनी चाहिए. साथी आपको पौधों की रोपाई करने से पहले ही एक महीना पहले गड्ढे का निर्माण करना चाहिए और 64 साल गड्ढा बनाकर उसमें पौधों को लगा देना चाहिए. साथी आप इसमें गोमूत्र का भी प्रयोग कर सकते हैं और आपको बता दे की इसे लगाने के बाद तने को मिट्टी डालकर ढक दिया जाता है. आप इसकी खेती उचित अवस्था वाले इलाकों में मार्च महीने में भी शुरू कर सकते हैं.
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दोस्तों अब बात आती है इन्हें पालने की तो आपको बता दे कि पौधों की रोपाई के तुरंत बाद आपको तीसरे दिन पौधे की सिंचाई करते रहनी चाहिए और आपको लगभग 10 से 15 दिनों के अंदर इसकी सिंचाई करते रहना चाहिए. जब सर्दियों का मौसम आ जाए तो 30 दिनों के अंतराल में आप सिंचाई कर सकते हैं लेकिन गर्मियों के मौसम में आपको हर 15 दिन में इसकी सिंचाई करते रहना है. आपको बता दे की चीकू की उन्नत किस्म के लिए आप भूरी पत्ती और पीली पत्ती वाली पछेती किस्म का प्रयोग कर सकते हैं. यह फलों को पकड़ तैयार होने में ज्यादा समय नहीं लेती है और इसी के साथ आप अन्य किस्म के तौर पर PKM 2 हाइब्रिड बीज का प्रयोग कर सकते हैं जो कि अधिक उत्पादन देती है और आप काली पट्टी और क्रिकेट बॉल के साथ बारहमासी का भी प्रयोग कर सकते हैं.