Diwali 2024: दिवाली के दिन मां लक्ष्मी को जरूर समर्पित करें ये 5 चीजें,मिलेगी सुख-समृद्धि
Diwali 2024 नई दिल्लीः दीपावली का त्योहार आने में अब महज कुछ दिन का ही समय बचा है। अक्टूबर महीने की आखिरी तारीख यानी 31 अक्टूबर को दीवाली का पर्व मनाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां अब अंतिम चरण पर है। दिवाली के दिन विशेष तौर पर धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा होती है. लोग मानते हैं कि मां लक्ष्मी इस दिन धरती पर आती हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं. तो आइए जानते हैं कि पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को क्या-क्या अर्पित करना चाहिएः-
कमल का फूल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कमल का फूल मां लक्ष्मी को सबसे अधिक प्रिय है। इसलिए दिवाली की लक्ष्मी पूजा में कमल का फूल अवश्य अर्पित करें। यदि आप ऐसा करते है, तो धन की देवी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद आप पर बना रहेगा और जीवन में आपको कभी भी रुपये-पैसे की तंगी नहीं देखनी पड़ती है।
शंख से आती है जीवन में सुख-समृद्धि
शंख भी मां लक्ष्मी के प्रिय वस्तुओं में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय निकले रत्नो में शंख भी शामिल था। इसलिए दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन में शंख स्थापित करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही घर में चल रही आर्थिक तंगी भी दूर होती है।
खीर का भोग मां लक्ष्मी को है प्रिय
खीर का भोग मां लक्ष्मी को बेहद प्रिय है। संभव हो तो दिवाली के लक्ष्मी पूजा में केसर मिश्रित खीर का भोग मां को अर्पित करें। मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी इस भोग को पाकर शीघ्र प्रसन्न होती है और साधक के परिवार में धन-वैभव भर देती है। इस उपाय से शुक्र ग्रह की कृपा भी बनी रहती है।
मां लक्ष्मी को अर्पित करना चाहिए नारियल
नारियल भी मां लक्ष्मी की पूजा में अवश्य अर्पित करना चाहिए। नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है, जिसमें श्री का मतलब मां लक्ष्मी से है। सभी फलों में सर्वश्रेष्ठ फल नारियल लक्ष्मी पूजा में अर्पित करने से जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही धन की देवी की कृपा प्राप्त होती है।
कौड़ी से दूर होती है गरीबी
Diwali 2024 कौड़ी का टोटका दिवाली के दिन अवश्य करें। कहते है ये टोटका लंबे समय से चली आ रही गरीबी को भी दूर करने की क्षमता रखता है। लक्ष्मी पूजन में 5, 7 या 11 कौड़ी अर्पित करें और अगले दिन उन्हें लाल कपड़े में बांधकर घर में पैसे वाले स्थान पर रख देवें।
(नोटः यह जानकारी मान्यताओं पर आधारित है, इसे अमल में लाने से पहले जानकारों से जरूर सलाह लें)