धर्म

Dhanteras 2024: कब है धनतेरस, किस मुहूर्त में पूजन करे और माँ लक्ष्मी को इस तरह खुश करे जिससे घर में कभी नहीं आएँगी धन की कमी

कब है धनतेरस, किस मुहूर्त में पूजन करे

Dhanteras 2024: कब है धनतेरस, किस मुहूर्त में पूजन करे और माँ लक्ष्मी को इस तरह खुश करे जिससे घर में कभी नहीं आएँगी धन की कमी आगे जानने के लिए हमारे साथ अंत तक बने रहे

Dhanteras 2024: कब है धनतेरस, किस मुहूर्त में पूजन करे और माँ लक्ष्मी को इस तरह खुश करे जिससे घर में कभी नहीं आएँगी धन की कमी

Read Also: जल्द मार्केट में दस्तक देगा Samsung का सबसे कातिलाना फोन देखे क़्वालिटी और फीचर्स

द्रिक पंचांग के अनुसार धरतेरस मुहूर्त के समय स्थिर लग्न के साथ-साथ त्रयोदशी तिथि और प्रदोष काल होता है. पंचांग के अनुसार धनतेरस पूजन के लिए तय समय में एक शहर से दूसरे शहर में मामूली अंतर हो सकता है. धनतेरस पूजा को धनत्रयोदशी भी कहा जाता है. वहीं धनतेरस के दिन ही आयुर्वेद के देवता (जनक) धन्वन्तरि का भी जन्म दिन है. इसलिए इसी दिन धन्वन्तरि त्रयोदशी होता है. इसे धन्वन्तरि जयंती के रूप में जाना जाता है.

धनतेरस पूजा मुहूर्तः शाम 6 बजकर 14 मिनट से 7 बजकर 52 मिनट तक

2024 में धनतेरस पूजन मुहूर्त की कुल अवधिः 01 घंटा 38 मिनट

प्रदोष कालः दोपहर 5 बजकर 19 मिनट से रात 7 बजकर 52 मिनट

वृषभ कालः दोपहर 6 बजकर 14 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक

त्रयोदशी तिथि प्रारंभः 29 अक्टूबर 2024 को सुबह 10 बजकर 31 मिनट से

त्रयोदशी तिथि समापनः 30 अक्टूबर 2024 को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट तक

Dhanteras 2024: कब है धनतेरस, किस मुहूर्त में पूजन करे और माँ लक्ष्मी को इस तरह खुश करे जिससे घर में कभी नहीं आएँगी धन की कमी

क्या है यम द्वीप

धनतेरस के दिन ही यम द्वीप, जिसे यम दीपम के नाम से भी जाना जाता है. यह धनतेरस के दिन (त्रयोदशी तिथि) को मनाया जाता है. इस दिन शाम होने पर घर के बाहर एक दिया जलाया जाता है. इस अनुष्ठान को यम दीपम कहा जाता है. यह दीपक मृत्यु के देवता यमराम के लिए जलाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि यम के नाम इस दिन दीपदान करने से यमदेव खुश होते हैं और परिवार के सदस्यों को अकाल मृत्यु दंड नहीं देते हैं या कहें तो अकाल मृत्यु से रक्षा करते हैं.

Related Articles

Back to top button