CM Hemant Soren ने जीता विश्वास मत,विधानसभा में बोले-

Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को विश्वास मत जीत लिया है. उनके पक्ष में 81 में से 48 वोट पड़े. सीएम सोरेन ने इस दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला. सीएम ने कहा, जिन राज्यों में बीजेपी की सरकारें नहीं हैं, वहां वह लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने के प्रयास कर रही है. बीजेपी चुनाव जीतने के लिए दंगे भड़का कर देश में ‘गृह युद्ध’ जैसे हालात पैदा करने की कोशिश कर रही है. लेकिन जब तक यूपीए की सरकार है, तब तक उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे. सोरेन ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि असम के सीएम विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं.
81 सदस्यों वाली विधानसभा में JMM के 30, कांग्रेस के 18 और राजद का एक सदस्य है. इसके अलावा भाकपा माले और राष्ट्रवादी कांग्रेस के एक-एक विधायक विधायक का भी सरकार को समर्थन हासिल है. बता दें कि कांग्रेस के तीन विधायक पिछले दिनों कोलकाता में कैश के साथ पकड़े गये थे. उन्हें जमानत तो मिली है, लेकिन कोलकाता के बाहर जाने की इजाजत नहीं मिली.
सदन में सोरेन ने कहा कि हमने सब्जी, राशन और कपड़ा खरीदने की बातें सुनी थीं। भाजपा तो विधायक खरीद रही है। भाजपा के वॉकआउट पर कहा कि विपक्ष इस प्रस्ताव को पूरा सुने। मैदान छोड़कर बाहर न जाए। मैं आंदोलनकारी का बेटा हूं। इनसे डरने वाला नहीं हूं। न डरा हूं और ना ही किसी को डराऊंगा।
सोरेन ने कहा- भाजपा राज्यों में गृहयुद्ध के हालात बना रही झारखंड सरकार राज्य में 1932 का खतियान लागू करने की तैयारी में हैं। सोरेन ने कहा- 1932 का खतियान और ओबीसी के मामले में जल्द सरकार आगे बढ़ने वाली है। 1985 की स्थानीयता इन्होंने परिभाषित की। जब 85 की स्थानीयता घोषित हुई तो ताली बजाकर कह रहे थे कि 85 का ही खतियान बेस्ट है।
सदन में हेमंत सोरेन ने कहा- विपक्ष ने तंत्र को खत्म कर दिया है सिर्फ लोक बचा है। लोकतंत्र को बचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बीजेपी देश के आधे राज्यों में गृह युद्ध की स्थिति बना रही है। कपड़ा, सब्जी और राशन को खरीदना सुना था, बीजेपी विधायक खरीद रही है।
मुस्लिम तुष्टिकरण में सरकार जुटी है- नीलकंठ सिंह
सदन में बीजेपी के विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा- ना ही कोर्ट की ओर से, ना ही राज्यपाल ने बहुमत साबित करने को कहा, फिर सरकार विश्वासमत क्यों लाना चाहती है। बीते दिनों से सीएम विधायकों को लेकर जिस तरह से घूम रहे हैं। उससे लगता है कि उन्हें अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है। सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण में लगी है। राज्य की बेटियों पर अत्याचार हो रहा है, लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
इधर बीजेपी विधायक सीपी सिंह सदन में सीएम के व्यवहार पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि सीएम ने सदन में प्रवेश के साथ ही बीजेपी पर हमला बोल दिया। साथ ही कहा कि मैं खुद भी स्पीकर रह चुका हूं, ऐसे में कोई विधानसभा अध्यक्ष गलत करेंगे तो मैं चुप नहीं बैठूंगा।
सदन में गूंजी 1932 के खतियान की मांग
JMM विधायक सुदिव्य ने कहा 1932 के खतियान को आधार बनाकर स्थानीयता लागू की जाए। 32 की आग को जो छूएगा जलकर राख हो जाएगा। झारखंडियों की एक ही पहचान 1932 की खतियान। 1985 की स्थानीयता बनाकर ये लोग झारखंडियों और बाहरियों को एक साथ खड़ा कर दिया। झारखंडी नौजवान आज चाहता है कि स्थानीयता का कट ऑफ मार्क 1932 लागू हो।
सीएनटी-एसपीटी और विल्किंसन एक्ट देकर हमारे अधिकार को सुरक्षित रखा गया है। सीएनटी-एसपीटी एक्ट के बावजूद झारखंडियों की जमीनों को बेचा गया। 21 सालों में इनलोगों ने झारखंड की डेमोग्राफी को बदल दिया।
माले विधायक बिनोद सिंह ने अपनी ही सरकार पर हमला किया। स्थानीय नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि आपने जो नियोजन नीति बनाई है, उससे यहां के युवाओं को ही नुकसान हो रहा है। इसे सही करें।
हमने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की- दीपिका
कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय ने कहा झारखंड सरकार में अस्थिरता पैदा करने वाले असमंजस में हैं। महामहिम हफ्ते भर से दिल्ली में क्या कर रहे हैं। आज वापसी हो रही है तो आगे क्या होगा। केंद्र और राज्य के भाजपा के नेता हैं वो राजनीति षडयंत्र करने में व्यस्त हैं। हमारी सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने का काम किया। 1.5 लाख कर्मचारियों के हितों की रक्षा की।
सोरेन के विधायक रविवार को रांची लौटे, भाजपा ने उठाया सवाल
भाजपा विधायकों ने सत्ताधारी विधायकों के छत्तीसगढ़ जाने पर सवाल उठाए हैं। बता दें कि ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में चुनाव आयोग की चिट्ठी मिलने के 11 दिन बाद भी राज्यपाल का कोई आदेश नहीं आया है,लेकिन राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। हेमंत सोरेन ने अपने 32 विधायकों को एकजुट करने के लिए 30 अगस्त को रायपुर भेजा था। सभी रविवार को रांची लौट आए थे। सभी सर्किट हाउस से बस में सवार होकर विधानसभा पहुंचे।
अपने विधायकों पर हेमंत को नहीं भरोसा- भाजपा
विधानसभा के बाहर बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करके विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। वह सदन में इसका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि बस में बैठकर खुद सीएम सोरेन विधायकों को एयरपोर्ट तक ले गए। वहां से डायरेक्टर प्लेन तक गए। रायपुर में भी विधायकों को कड़ी सुरक्षा में कैदियों की तरह रखा। वापस आने पर भी सर्किट हाउस में कड़ी सुरक्षा में रखा। हेमंत सोरेन ऐसा व्यवहार कर रहे हैं, मानो उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है।



