Chhattisgarh Top News: हर महीने मिलेगी 300 यूनिट तक फ्री बिजली, बस लोगों को करना होगा ये काम…

Chhattisgarh Top News छत्तीसगढ़ के लाखों घरों की बिजली चिंता अब दूर हो रही है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब प्रदेश के चयनित लाभार्थियों को हर महीने 300 यूनिट तक बिजली बिल का खर्च नहीं देना पड़ रहा है। यह योजना खासकर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों के घरों की छतों पर सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाए जा रहे हैं। इन सौर संयंत्रों से न केवल घरेलू जरूरत की बिजली तैयार हो रही है, बल्कि अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजकर सालाना करीब 15 हजार रुपये तक की अतिरिक्त आय भी अर्जित की जा सकती है।
दंतेवाड़ा जिले को इस योजना के तहत 682 घरों में सौर संयंत्र लगाने का लक्ष्य मिला है। अब तक 33 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है, जबकि शेष तक योजना पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन जागरूकता अभियान, ग्राम सभाएं और माइक्रो प्रचार जैसे विविध माध्यमों से लोगों को जोड़ने में जुटा है।
अगर कोई हितग्राही 3 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाना चाहता है तो इसकी कुल लागत लगभग 1.80 लाख रुपये तक आती है। इसमें से केंद्र सरकार 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में DBT के माध्यम से ट्रांसफर करती है। शेष राशि उपभोक्ता को खुद वहन करनी होती है, हालांकि इसके लिए सरकार ने सस्ते ऋण की व्यवस्था भी की है।
- 1 से 2 किलोवाट क्षमता तक: कुल लागत का 60% सब्सिडी
- 3 किलोवाट प्लांट पर: पहले 2 किलोवाट पर 60% और अतिरिक्त 1 किलोवाट पर 40% सब्सिडी
- 3 किलोवाट से अधिक प्लांट पर: अधिकतम सब्सिडी 78,000 रुपये तक सीमित
ब्याज दर की बात करें तो बैंक केवल रेपो रेट से 0.5% अधिक ब्याज ही वसूल सकते हैं, जिससे लोन लेना भी आसान हो गया है।
योजना की शुरुआत और लक्ष्य
Chhattisgarh Top Newsयह योजना 13 फरवरी 2024 को शुरू की गई थी, जिसका लक्ष्य देशभर में 1 करोड़ परिवारों को सोलर रूफटॉप से जोड़ना है। योजना के तहत तैयार की जा रही हर रूफटॉप बिजली व्यवस्था न सिर्फ पर्यावरण के लिहाज से उपयोगी है, बल्कि आमजन को आर्थिक रूप से भी मजबूत कर रही है। “सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में ऊर्जा क्रांति ला रही है। जहां पहले बिजली बिल एक सिरदर्द था, अब वही छत आमदनी और राहत का जरिया बन रही है।



