छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का नया फॉर्मूला लागू, जिलाध्यक्ष बनने के लिए पास करना होगा इंटरव्यू…

Chhattisgarh Samachar, कांग्रेस संगठन में नियुक्ति अब वरिष्ठ नेताओं की पसंद से नहीं बल्कि कठिन मापदंडों पर खरा उतरने पर होगी। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए आईसीसी और पीसीसी के अब्जॉर्बर नियुक्त होंगे। जिला पदाधिकारियों से चर्चा कर सूची तैयार की जाएगी उसके बाद इंटरव्यू में पास होने पर जिला अध्यक्ष और पदाधिकारी बनाए जाएंगे।
कांग्रेस संगठन में नियुक्ति अब किसी परीक्षा से कम नहीं होगी। कांग्रेस संगठन में अब पदाधिकारी बनने के लिए कई चरणों से गुजरना होगा। अब इंटरव्यू पास करने वाले को ही संगठन में जगह मिलेगी। गुजरात के बाद छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों के लिए यही प्रक्रिया अपनाने के निर्देश दिए गए हैं।
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गुजरात में जिला अध्यक्षों और संगठन में नियुक्तियों के लिए पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया को ऑब्जर्वर बनाया गया है। शिवकुमार डहरिया ने बताया कि जिला कांग्रेस में जिनकी नियुक्ति हो रही है, उनमें ऐसे लोगों को चुना जा रहा है जो पार्टी के प्रति निष्ठा रखें और संगठन की मजबूती के लिए कम करें । आईसीसी के मेंबर्स को इनके चयन की जिम्मेदारी दी गई है।
कांग्रेस नेता ने बताया कि इसके लिए ऑब्जर्वर हर ब्लॉक में जाकर लोगों से बातचीत करके ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रहे हैं। अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गुजरात में काम हो रहा है, इसके बाद छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित सभी प्रदेश में इस तरह की कमेटी बनाकर जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी।
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डिप्टी CM अरुण साव की प्रतिक्रिया
कांग्रेस की इस प्रक्रिया पर छत्तीसगढ़ के डिप्टी CM अरुण साव ने कहा है कि कांग्रेस शून्यता की ओर जा रही है। वो कुछ भी कर ले, लेकिन संगठन में चलनी वरिष्ठ नेताओं और हाई कमान की ही है।
कांग्रेस अब जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कैसे करेगी?
उत्तर: अब कांग्रेस संगठन में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति वरिष्ठ नेताओं की सिफारिशों पर नहीं, बल्कि तय मापदंडों और इंटरव्यू प्रक्रिया के आधार पर होगी। इसके लिए ICC (AICC) और PCC के ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे, जो स्थानीय स्तर पर बातचीत करके योग्य उम्मीदवारों की सूची तैयार करेंगे।
इस नई प्रक्रिया की शुरुआत कहाँ से हुई है?
उत्तर: यह प्रक्रिया पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सबसे पहले गुजरात में शुरू हुई है। इसके बाद छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी इसी प्रक्रिया को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला अध्यक्ष बनने के लिए उम्मीदवारों को किन चरणों से गुजरना होगा?
उत्तर: पहले चरण में ऑब्जर्वर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। योग्य उम्मीदवारों की सूची तैयार की जाएगी। अंतिम रूप से इंटरव्यू पास करने वालों को ही पदाधिकारी नियुक्त किया जाएगा। पार्टी निष्ठा और संगठनात्मक क्षमता को प्राथमिकता दी जाएगी।
डिप्टी CM अरुण साव ने कांग्रेस की इस प्रक्रिया पर क्या प्रतिक्रिया दी?
Chhattisgarh Samacharउत्तर: छत्तीसगढ़ के डिप्टी मुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस की इस प्रक्रिया पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी “शून्यता की ओर जा रही है” और चाहे जो भी प्रक्रिया अपना ले, अंततः संगठन में वरिष्ठ नेताओं और हाईकमान की ही चलेगी।


