Chhattisgarh Samachar: छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, म्यूल बैंक खातों के जरिए 27 लाख की साइबर ठगी का पर्दाफाश, 2 गिरफ्तार…

Chhattisgarh Samachar जांजगीर की सिटी कोतवाली पुलिस ने फर्जी तरीके से म्यूल अकाउंट संचालित करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने यूको बैंक में खाता खुलवाकर 27 लाख 83 हजार रुपये की राशि प्राप्त की थी।
एक आरोपी का नाम रवि खूंटे है जो मेहंदी गांव का है जबकि दूसरा आरोपी धनेश्वर साहू है जो सरखों का रहने वाला है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ BNS की धारा 318 (4), 3 (5) के तहत जुर्म दर्ज किया है। दरअसल पुलिस के साइबर समन्वय केंद्र समन्वस पोर्टल में म्यूल अकाउंट की शिकायत मिली थी। इसके बाद पुलिस ने नैला स्थित यूको बैंक में संबंधित खाते की जांच की तो यह सामने आया कि खाते में 27 लाख 83 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
Janjgir Fraud News: यह रकम गलत तरीके से प्राप्त की गई थी। इसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। म्यूल अकाउंट मामले में जिले की यह पहली कार्रवाई है। एसपी विजय पांडेय का कहना है कि आगे भी यदि शिकायतें मिलेंगी तो सख्त कार्रवाई कीजाएगी।
म्यूल अकाउंट” क्या होता है और यह कैसे काम करता है?
म्यूल अकाउंट ऐसा बैंक खाता होता है जो किसी व्यक्ति के नाम पर खोला जाता है लेकिन उसका इस्तेमाल साइबर अपराधी धोखाधड़ी से पैसे ट्रांसफर करने के लिए करते हैं। यह आमतौर पर नकली या लोभ देकर खुलवाए जाते हैं।
जांजगीर म्यूल अकाउंट केस में कितनी राशि की धोखाधड़ी हुई है?
इस केस में कुल ₹27,83,000 की रकम फर्जी तरीके से ट्रांसफर की गई थी।
“म्यूल अकाउंट केस” में आरोपियों पर कौन-कौन सी धाराएं लगाई गई हैं?
पुलिस ने आरोपियों पर BNS की धारा 318(4) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है।
क्या यह जांजगीर जिले का पहला “म्यूल अकाउंट केस” है?
Chhattisgarh Samacharहां, पुलिस के अनुसार, यह जिले में म्यूल अकाउंट से जुड़ा पहला मामला है जिसमें गिरफ्तारी की गई है।
“म्यूल अकाउंट” से कैसे बचा जा सकता है?
किसी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक दस्तावेज या अकाउंट की जानकारी न दें, किसी लालच में आकर खाता न खोलें, और किसी भी संदिग्ध ट्रांजेक्शन की सूचना तुरंत बैंक या पुलिस को दें।