Chandra Grahan: देशभर में कुछ ही देर में लगने वाला है चंद्र ग्रहण, 12.58 बजे से लग जाएगा सूतक…

Chandra Grahan आज इस साल का आखिरी पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण भारत सहित विश्व के कई देशों में दिखाई देगा। ज्योतिष और खगोल विज्ञान दोनों दृष्टिकोण से यह खास माना जा रहा है। पंचांग के अनुसार, चंद्र ग्रहण का आरंभ रात 9 बजकर 58 मिनट पर होगा। इसका मध्य काल रात 11 बजकर 41 मिनट पर रहेगा और समाप्ति रात 1 बजकर 27 मिनट पर होगी। इस तरह यह ग्रहण कुल मिलाकर करीब 3 घंटे 28 मिनट तक चलेगा। इस बार सूतक काल दोपहर 12 बजकर 58 मिनट से प्रारंभ होकर ग्रहण समाप्ति तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य, यात्रा, धार्मिक आयोजन या भोजन बनाना वर्जित माना जाता है। सूतक काल से सभी मंदिरों के पट बंद हो जाएंगे।
सभी 12 राशियों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव
ग्रहण शतभिषा नक्षत्र और वृष लग्न में लगने जा रहा है। अतः मेष राशि वालों के लिए शुभ, वृष को सुख, मिथुन को कष्टकर, कर्क को अति कष्ट, सिंह को मानसिक पीड़ा, कन्या को अकस्मात धन लाभ, तुला को मानसिक कष्ट, वृश्चिक को चिंता, धनु को सुख व शिक्षा लाभ, मकर को अशुभ, कुम्भ को घातक व मीन राशि वालों को अर्थ हानि व मानसिक कष्ट देगा।
यहां भी दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
ग्रहण संपूर्ण भारत वर्ष के अतिरिक्त अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशान्त महासागर, आस्ट्रेलिया, एशिया व हिन्द महासागर, यूरोप, पूर्वी अटलांटिका महासागर में दिखाई देगा।
ग्रहण के समय में करें ये काम-
ग्रहण के समय भोजन में तुलसी या कुशा पत्ते डालकर रखना चाहिए। इस अवधि में गुरु मंत्र, गायत्री मंत्र का जाप, हरि कीर्तन और रामायण पाठ करना पुण्यकारी है। ग्रहण मोक्ष के बाद स्नान, अन्नदान और दान-पुण्य करना श्रेष्ठ माना गया है। आचार्य व्यास के अनुसार बालक, वृद्ध और रोगियों के लिए सूतक के नियम लागू नहीं होते। यह ग्रहण धार्मिक आस्था और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा
गर्भवती महिलाएं रखें अपना विशेष ध्यान
सूतक काल से लेकर ग्रहण की समाप्ति तक भोजन, वस्तुओं को काटना और गर्भवती महिलाओं का बाहर निकलना अनुचित माना गया है। गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से पेट पर गाय के गोबर का लेप लगाने और ग्रहण काल में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
भगवान के विग्रह का स्पर्श वर्जित रहता है
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में मंदिरों के द्वार बंद रहेंगे और भगवान के विग्रह का स्पर्श वर्जित होता है।
संपूर्ण भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण
Chandra Grahan भाद्रपद शुक्ल पक्ष पूर्णिमा पर रविवार को चन्द्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण सम्पूर्ण भारत में दृश्य होगा। ग्रहण का स्पर्श रात्रि 9.58 बजे, मध्य 11.41 बजे और मोक्ष 8 सितंबर को रात 1.26 बजे होगा। ग्रहण से 9 घंटे पूर्व यानी दोपहर 12.58 बजे से सूतक काल आरंभ हो जाएगा
देशभर के मंदिरों के कपाट रहेंगे बंद
Chandra Grahan मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण काल में सूतक लगता है, जो ग्रहण से नौ घंटे पहले शुरू हो जाएगा। इस दौरान मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाते हैं और धार्मिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। आज देशभर में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। जिस वजह से सूतक लगने से पहले यानी 12 बजकर 58 मिनट से पहले ही मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे।