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Amla Farming: इस तरीके से आंवले की खेती कर बने करोड़पति ,जाने क्या है तरीका 

इस तरीके से आंवले की खेती कर बने करोड़पति ,जाने क्या है तरीका  हमारे देश में  आंवले की खेती  की जाती है और इस खेती को एक विशेस महत्व दिया जाता है क्यकि इस खेती से बहुत साडी दवाइया और तेल बनाया जाता है  हमारे शरीर के लिए आवश्यक होता है आपकी जानकारी के लिए  दे की आंवले को विशेष महत्व दिया जाता है। क्योंकि यह खेती सालभर होने वाली खेती है,  मध्यम से  हम आपको इस खेती के लिए किस प्रक्रार की मिटटी का उपयोग किया जाता  और किस किस्म की उपयोग किया जाता है उसके विषय में चर्चा करेंगे।

 इन खास बातो का रखे ध्यान 

आपकी जानकारी के लिए बता दे की आंवले को सभी मौसम में उपयोग किया जाता है और तो और इसे सर्दी हो या गर्मी दोनों ही मौसम में किया जाता है। हमारे देश में ही नहीं बल्कि अन्य देशो में नई इस की साथ ही, बाजार में आंवले की डिमांड अधिक रहती है। इसलिए आंवले की खेती करने से किसानों को अच्छी कमाई हो सकती है। भारत के दो राज्यों में आंवला की सबसे अधिक खेती होती है। पहले नंबर पर है उत्तरप्रदेश और दूसरे नंबर पर है मध्यप्रदेश। इस फल की खेती करके किसान सालाना लाखों की कमाई कर रहे है।  इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताते है आखिर क्या क्या खास बातो को  कर की जाती है इसकी खेती।

Amla Farming: इस तरीके से आंवले की खेती कर बने करोड़पति ,जाने क्या है तरीका 

उपयुक्त मिट्टी

आंवले की खेती वैसे तो सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है, पर अधिक बलुई मिट्टी इसके लिए उपयुक्त नहीं है। सबसे अच्छी खेती इसकी दोमट मिट्टी में होती है। इसके अलावा चिकनी मिट्टी में आंवले की खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है।

आंवले की किस्म

आंवले की उत्तम फसल के लिए उन्नत किस्म का इस्तेमाल करना चाहिए। यह फ्रांसिस किस्म के बीजू पौधों से चयनित किस्म है जो ऊतक क्षय रोग से मुक्त है। इसके पौधे दो वर्ष में ही फल देने लगते हैं। यह किस्म शुष्क क्षेत्र में व्यावसायिक खेती के लिए उपयुक्त है। अधिक उत्पादन हेतु एकान्तर पंक्ति में दो किस्मों को लगाना चाहिए। इसके लिए सबसे उत्तम संयोग एन ए-6 एवं ए-7 एवं एन ए-10 या कंचन एवं कृष्णा को पाया गया है।

उत्तम जलवायु

जलवायु आँवला एक शुष्क उपोष्ण क्षेत्र का पौधा है परन्तु इसकी खेती उष्ण जलवायु में भी सफलतापूर्वक की जा सकती है। भारत में इसकी खेती समुद्र तटीय क्षेत्रों से 1800 मीटर ऊँचाई वाले क्षेत्रों में सफलतापूर्वक की जा सकती है।

Amla Farming: इस तरीके से आंवले की खेती कर बने करोड़पति ,जाने क्या है तरीका 

पर्याप्त पानी

वर्तमान समय को देखते हुए आंवले के पौधे में हर 15 दिनों के अंतराल पर पानी देने की आवश्यकता होती है। क्यकि गर्मियों में, फल देने वाले पौधों के लिए सप्ताह में दो बार पानी देने की सलाह दी जाती है। मानसून के बाद, पेड़ों को लगभग 25 प्राप्त होने चाहिए अक्टूबर से दिसंबर तक ड्रिप वाटरिंग द्वारा प्रति दिन 30 लीटर पानी डालना चाहिए।

आंवले की खेती से कमाई

अगर है बात करे इसकी खेती कर कमाई करने की तो समय के अनुसार इसकी खेती कर कमाई की जा सकती है अगर बोलै जाए तो बढ़ती मांग के चलते बाजार में तेजी से आंवले बिकते है। और तो इस फल से मतलब की आँवला विटामिन सी से भरपूर होता है। इसलिए इसका सेवन लोग अधिक करते है। आंवले को कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर आप भी आंवले की खेती करते है तो इसके एक पेड़ से करीब तीन क्विंटल तक फल प्राप्त होते है। जो बाजार में आंवले का फल प्रति किलो 15-20 रुपए में बिक जाता है। इस तरह से किसान की लाखों की कमाई की हो जाती है।

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