Amazon में अब नहीं मिलेगी आपको ये डिलीवरी सर्विस
Amazon food delivery service:दुनियाभर की टेक कंपनियों में मंदी का असर साफ देखा जा सकता है. इसके असर से बचने के लिए Amazon सहित ट्विटर और फेसबुक जैसी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर छंटनी भी की है. अब खबर आई है कि अमेरिकी डिलीवरी सर्विस कंपनी अमेजन भारत में फूड डिलीवरी सर्विस बंद करने वाली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने पार्टनर रेस्टोरेंट्स को इस फैसले की जानकारी ईमेल के जरिए दी है. इसका मतलब है कि अब यूजर्स अमेजन फूड से खाना ऑर्डर नहीं कर पाएंगे. इससे पहले कंपनी ने एजुकेशन प्लेटफॉर्म को भी बंद करने का फैसला किया है.
Amazon में अब नहीं मिलेगी आपको ये डिलीवरी सर्विसने भारत में फूड डिलीवरी सर्विस को मई 2020 में शुरू किया था. मनीकंट्रोल के मुताबिक ई-कॉमर्स कंपनी 29 दिसंबर से इस सर्विस को बंद कर देगी. अमेजन ने एजुकेशन टेक फर्म बंद करने के ऐलान के एक ही दिन बाद फूड डिलीवरी सर्विस को बंद करने का फैसला किया है. इससे पहले कंपनी ने दुनियाभर में तैनात हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने का निर्णय लिया है.
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कंपनी ने रेस्टोरेंट्स से कहा है कि वो सभी पेमेंट और कॉन्ट्रैक्ट कर्तव्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. रेस्टोरेंट्स के पास 31 जनवरी 2023 तक अमेजन के सभी टूल्स और रिपोर्ट्स तक पहुंच रहेगी. इसके अलावा कंपनी 31 मार्च तक कंपलांयस से जुड़े मामलों के लिए भी सपोर्ट देना जारी रखेगी. अमेजन ने एनुअल ऑपरेटिंग प्लानिंग रीव्यू प्रक्रिया के तहत बेंगलुरु से चल रहे पायलट फूड डिलीवरी बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है.
धीरे-धीरे बंद करेगी बिजनेस
अमेजन का कहना है कि वो इस फैसले को हल्के में नहीं ले रहे हैं. इसलिए कंपनी इन सभी चीजों को तुंरत बंद करने के बजाय चरणबद्ध तरीके से बंद कर रही है. कंपनी के मुताबिक मौजूदा कस्टमर्स और पार्टनर्स का ध्यान रखते हुए इस बदलाव को धीरे-धीरे किया जाएगा. इसके अलावा कंपनी का कहना है कि वो इन फैसलों से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को सपोर्ट दे रही है.
जारी रहेगा निवेश
Amazon food delivery service:कंपनी का कहना है कि वो भारतीय बाजार में ग्रॉसरी, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक और ब्यूटी जैसे प्रॉडक्ट्स के डिलीवरी बिजनेस में निवेश करना जारी रखेगी. इसके अलावा अमेजन बिजनेस का भी काम भी चलता रहेगा. इससे पहले खबर आई थी कि अमेजन ने 10,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. वहीं, अपने ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म को भी बंद करने का फैसला किया है.