अगर आप भी दिलचस्पी रखते है रेल्वे नेटवर्क के बारे में तो,जाने लोकोमोटिव काम कैसे करता है
अगर आप भी दिलचस्पी रखते है रेल्वे नेटवर्क के बारे में तो
अगर आप भी दिलचस्पी रखते है रेल्वे नेटवर्क के बारे में तो,जाने लोकोमोटिव काम कैसे करता है आप भी जानना चाहते है तो हमारे साथ अंत तक बने रहे जिसमे आपको पूरी जानकारी मिलेंगी जानने के लिए बने रहे
अगर आप भी दिलचस्पी रखते है रेल्वे नेटवर्क के बारे में तो,जाने लोकोमोटिव काम कैसे करता है
Read Also: Ratan Tata: रतन टाटा के जीवन की दिलचस्प बाते,जाने अन्तिम यात्रा की जानकारी
भारतीयों की मेहनत(hard work of indians)
यह भारत की वह शान है, जो बीते कई वर्षों से लगातार बढ़ रही है और इस शान को बढ़ाने में भारतीयों की मेहनत और उस मेहनत से मिली कामयाबी शामिल है। आज न सिर्फ भारतीय रेलवे रफ्तार भर रही है, बल्कि इसकी रफ्तार भारत के आर्थिक विकास के पहिये को भी गति देने में मदद कर रही है।
लाइफलाइन(Lifeline)
भारतीय रेलवे देश में सिर्फ साधन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे भारत की लाइफलाइन भी कहा जाता है, क्योंकि यह करोड़ों लोगों की मंजिल है। लोगों की राहों का हमसफर है। इसे हम भारत की रीढ़ के रूप में भी जानते हैं, जो कि भारत में यतायात के प्रमुख साधनों में से एक है। रेलवे की ओर से प्रतिदिन करीब 13 हजार ट्रेनों का संचालन किया जाता है, जिनसे करोड़ों लोग यात्रा करते हैं।
रफ्तार(speed)
एक्सप्रेस, स्पेशल, सुपरफास्ट समेत अन्य पैसेंजर ट्रेनों के साथ-साथ रेलवे में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मालगाड़ियों का भी संचालन हो रहा है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन कई टन माल की ढुलाई होती है। इससे भारत के आर्थिक विकास के पहिये को भी रफ्तार मिल रही है।
रेल्वे का नेटवर्क(Railway network)
भारतीय रेलवे में प्रतिदिन हजारों ट्रेनों के माध्यम से करोड़ों यात्री ट्रेन में सफर कर अपनी मंजिलों तक पहुंचते हैं। इस संख्या में लगातार वृद्धि भी देखी जा रही है। वर्तमान में भारतीय रेलवे का नेटवर्क 68 हजार किलोमीटर से अधिक है और 8 हजार से अधिक रेलवे स्टेशन मौजूद हैं और लगातार इनकी संख्या बढ़ रही है। इसके अतिरिक्त रेलवे में 300 रेलवे यार्ड, 2300 माल ढुलाई और 700 मरम्मत केंद्र हैं।
लोकोमोटिव(Locomotives)
भारतीय रेलवे में 12 हजार से अधिक लोकोमोटिव और 74 हजार से अधिक यात्री कोच के साथ-साथ दो लाख से अधिक माल ढोने वाले वैगन हैं। भारतीय रेलवे 12 लाख से अधिक कर्मचारियों की संख्या के साथ दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी व्यावसायिक इकाई है।
मुख्यालय(Headquarters)
वर्तमान में भारतीय रेलवे कुल 18 जोन में विभाजित हैं। इसमें देश की राजधानी नई दिल्ली में रेलवे के उत्तरी जोन का मुख्यालय है। दक्षिणी जोन का मुख्यालय चेन्नई, पूर्वी कोलकाता और पश्चिमी जोन का मुख्यालय मुंबई है। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों में हमें अलग-अलग मुख्यालय देखने को मिलते हैं।
ग्रेनाइट परिवहन(Granite Transportation)
भारत में पहली बार ट्रेन का संचालन के लिए 1832 में प्रस्ताव दिया गया था। बहुत ही कम लोगों को पता है कि 1837 में मद्रास की लाल पहाड़ियों में पत्थरों के लिए ट्रेन का संचालन किया गया था। इसे ग्रेनाइट परिवहन के लिए चलाया गया था। इसके बाद 1853 में मुंबई से ठाणे के बीच यात्री ट्रेन का संचालन हुआ था
अगर आप भी दिलचस्पी रखते है रेल्वे नेटवर्क के बारे में तो,जाने लोकोमोटिव काम कैसे करता है
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस(Chhatrapati Shivaji Terminus)
भारत के पहले रेलवे स्टेशन का दर्जा छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के पास है, जो आज भी भारतीय इतिहास की गवाही दे रहा है। यह अपनी वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है और भारत के सबसे बड़े रेलवे टर्मिनल में से एक है। इसे आपने कई बॉलीवुड फिल्मों में देखा ही होगा।
भारतीय रेलवे(Indian Railways)
इन सभी आंकड़ों के साथ भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और लगातार इसके नेटवर्क में बढ़ोतरी हो रही है। हाल ही में सिक्किम में भी रेलवे स्टेशन बनाया गया है। आपने भी भारतीय रेलवे में जरूर सफर किया होगा। भारत में कोई भी मौसम हो, ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में कमी नहीं रहती है।