गर्मी और लू का कहर, 3 दिनों में 54 लोगों की मौत
बलिया. उत्तर प्रदेश के बलिया (ballia) में बलिया जिले में भीषण गर्मी और लू के कहर के बीच बीते 3 दिनों में कम से कम 54 लोगों की मौत होने की खबर है. यहां के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को ‘गैर जिम्मेदाराना बयान’ देने के लिए हटा दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने कहा कि जमीनी स्थिति की जांच के लिए दो वरिष्ठ चिकित्सकों को भेजा जा रहा है. सरकारी अस्पताल में लोगों का बेहतर इलाज हो रहा है, वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. हालांंकि, राज्य में प्रचंड लू चल रही है, अधिकांश स्थानों पर तापमान 40 डिग्री के पार है.
दरअसल, बलिया जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक दिवाकर सिंह ने कहा था कि ‘तेज गर्मी सभी के लिए एक समस्या है. ऐसे मौसम में ब्लड प्रेशर, ब्रोन्कियल अस्थमा जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए समस्या और बढ़ जाती है, क्योंकि ये बीमारियां उग्र हो जाती हैं.’ वहीं, ‘एनडीटीवी’ ने जिला अस्पताल बलिया के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक एसके यादव के हवाले से बताया कि 15 जून को 23, 16 जून को 20 और 17 जून को 11 मरीजों की मौत हुई हैं. अधिकारियों ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ रही है.
कहीं कोई ऐसी बीमारी तो नहीं है जिसका पता नहीं चल रहा हो
आजमगढ़ सर्किल के अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक डॉ. बीपी तिवारी ने कहा कि लखनऊ से एक टीम जांच के लिए आ रही है कि कहीं कोई ऐसी बीमारी तो नहीं है जिसका पता नहीं चल रहा हो. हालांकि, ज्यादा गर्मी या सर्दी होने पर सांस के मरीज, डायबिटीज के मरीज और ब्लड प्रेशर के मरीज को खतरा बढ़ जाता है. डॉ. तिवारी ने अनुमान लगाया कि पारा थोड़ा बढ़ने से उनकी मौत हो सकती है. मरीजों को बुखार, सांस लेने में तकलीफ और अन्य समस्याओं के साथ अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है.
बलिया के जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़
इधर, बलिया जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ की सूचना भी है और मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिल पा रहा है. कई अटेंडेंट अपने मरीजों को अपने कंधों पर आपातकालीन वार्ड में ले जा रहे हैं. हालांकि, अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक ने बताया कि अगर 10 मरीज एक साथ आ जाएं तो मुश्किल हो सकती है, लेकिन उनके पास स्ट्रेचर हैं. वहीं, उपमुख्यमंत्री ने भी इस बात से इनकार किया कि सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की कोई कमी है. अब तक कुल 54 लोगों की जान जा चुकी है. डॉक्टरों ने कहा है कि इन मौतों के अलग-अलग कारण हैं. भीषण गर्मी भी एक कारण हो सकती है.