छत्तीसगढ़ न्यूज़ (समाचार)

दुनिया में कोरोना का खतरा:चीन में वेयर हाउस में रखी जा रहीं हजारों लाशें

चीन में कोरोना से हालात बदतर होते जा रहे हैं। इसी बीच रविवार को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने कहा कि वह आज से कोरोना केसेस की जानकारी नहीं देगा। यानी अब चीन की तरफ से नए कोरोना मामलों और संक्रमण से हुई मौतों का डेटा नहीं दिया जाएगा। हेल्थ एजेंसी पिछले 3 सालों से हर दिन कोरोना केसेस की डेली रिपोर्ट जारी करती थी।

चीन में इस महीने के शुरुआती 20 दिनों में 24 करोड़ 80 लाख केस सामने आ चुके हैं। मंगलवार को यहां एक दिन में सबसे ज्यादा 3 करोड़ 70 लाख केसेस सामने आए थे। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन से लीक हुई रिपोर्ट में ये आंकड़े सामने आए।

चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली वाली ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें कोरोना से मरने वाले लोगों के शवों को देखा जा सकता है। जेंग के मुताबिक, यह वीडियो एक मस्जिद का है।

यहां अंतिम संस्कार के लिए 20 दिन की वेटिंग है। जेंग ने एक ट्वीट में बताया है कि बीजिंग के गोदामों में लाशों को स्टोर किया जा रहा है। इसमें वे गोदाम भी शामिल हैं, जहां सूअरों को रखा जाता है। जेन ने कहा कि युक्वैनिंग सब डिस्ट्रिक्ट के एक वेयरहाउस में 15 हजार लाशें रखी हुई हैं।

महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। माना जा रहा है कि चीन में कई मौतें ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई हैं।
महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। माना जा रहा है कि चीन में कई मौतें ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई हैं।
आज का सबसे बड़ा अपडेट: चीन में 10 लाख मौतें हो सकती हैं
दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल के डॉ. नीरज कुमार गुप्ता ने कहा है कि चीन में 10 करोड़ कोरोना मामले और 10 लाख मौतें देखने मिल सकती हैं। फिलहाल चीन में वैसे ही हालात हैं, जैसे दूसरी लहर के वक्त भारत के थे।

पहले चीन की बात… जिनपिंग की मां के निधन की अफवाह

जेंग ने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मां का कोरोना से निधन हो गया है। हालांकि यह एक अफवाह है और इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों को श्मशानों में अस्थियां लेने के लिए भी वेट करना पड़ रहा है। उन्हें टोकन दिए जा रहे हैं। इन टोकन पर नंबर लिखे हुए हैं। लोग अपने परिजनों की अस्थियां लेने अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
ग्वांगझोउ शहर इस कमी को पूरा करने के लिए एक दिन में 1200 ब्लड डोनर्स की जरूरत है। इसे लेकर रेड अलर्ट भी जारी किया गया है।
अब बाकी दुनिया का हाल…

जापान: 24 घंटों में 1.7 लाख नए कोरोना मरीज मिले
जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 8वीं लहर आ चुकी है। कोरोना worldometers के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 1 लाख 77 हजार नए केस आए हैं। वहीं 339 लोगों की मौत हुई है।

फ्रांस और साउथ कोरिया: 1 लाख नए कोरोना मरीज मिले
साउथ कोरिया और फ्रांस में पिछले 24 घंटों में कुल 1 लाख 6 हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं। साउथ कोरिया में नए केसेस की संख्या 66 हजार 49 और फ्रांस में आंकड़ा 40 हजार 744 है। साउथ कोरिया में 70 लोगों की जान गई है।

अमेरिका: यहां XBB वैरिएंट के 18.3% केस
चीन में BF.7 कोरोना वैरिएंट की तरह ही अमेरिका में XBB वैरिएंट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यह भी ओमिक्रॉन का ही म्यूटेशन है। अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की मानें तो इस हफ्ते देश में आए 18.3% केस XBB वैरिएंट के हैं। पिछले हफ्ते यह आंकड़ा 11.2% था। सिंगापुर में भी इसी वैरिएंट के केसेस मिल रहे हैं।

ये खबरें भी पढ़ें…1 जनवरी से होने वाले हैं ये बड़े बदलाव, देखें डिटेल्स 

यहां क्रीमिटोरियम में शवों का जलाया तो जा रहा है, लेकिन धुआं शांत होने से पहले ही कई और शव यहां लाए जा रहे हैं। इसके चलते श्मशानों में 20 दिन की वेटिंग है। क्योंकि जब तक शव पूरी तरह से जल नहीं जाते तब तक उसी जगह पर दूसरे शवों को नहीं जलाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों को अस्थियां लेने के लिए भी वेट करना पड़ रहा है। पढ़ें पूरी खबर…

क्या कोरोना में चीन की सख्ती सिर्फ दिखावा थी; 5 दावों की पड़ताल ताकि आज उसकी बदहाली की वजह मिले

चीन में संक्रमण के हालात 2020 की याद दिला रहे हैं। तब से अब तक शी जिनपिंग सरकार ने इससे निपटने के लिए सख्त नियम लागू किए। जीरो कोविड पॉलिसी लाई गई। बेहद सख्त लॉकडाउन लगते रहे। तमाम दावों और वादों के बावजूद कोरोना कंट्रोल नहीं किया जा सका। पढ़ें पूरी खबर…

लॉकडाउन हटने के बाद चीन में कोरोना बढ़ा, डॉक्टर्स भी संक्रमित; सरकार बोली- ओमिक्रॉन खतरा नहीं इसलिए तो ढील दी

चीन में जीरो-कोविड पॉलिसी के विरोध के बाद सरकार ने ढील दी और लॉकडाउन हटा दिया, लेकिन अब यहां स्थिति खराब होती नजर आ रही है। अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों का सैलाब आ गया है। इतना ही नहीं, मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हो रहा है। कुछ डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद मरीजों का इलाज कर रहे हैं।

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