रायगढ़

कोसीर गांव के 400 से अधिक प्रवासी मजदूर अन्य प्रदेश में फंसे

138 परिवार ने ग्राम पंचायत को दी अपनी परिवार की जानकारी  85 से अधिक प्रवासी मजदूरों को किया गया क्वॉरेंटाइन कीर्तन बंजारे को घर पहुंचने 200 किलोमीटर दूर चलना पड़ा

RGH NEWS लक्ष्मी नारायण लहरे  कोसीर। भारत अनेकता में एकता का देश है यहां सभी धर्म के लोगों को समानता का अधिकार प्राप्त है ।पूरा संसार इस समय कोरोना वायरस की वजह से महामारी से जूझ रहा है मंदिर मस्जिद में ताला लग गए हैं । वहीं दूर-दूर तक कोई विवाह ,संगीत प्रार्थना का संगीत नहीं गूंज रहा है लोग इस महामारी से उबरने के लिए सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने घर में रह रहे हैं ।कोरोना काल समय कहा जा सकता है इस महामारी से भारत ही नहीं अन्य देश भी कांप उठे हैं इस महामारी से हर प्रदेश की पोल खोलकर रख दिया है ? प्रदेश के हर गांव के लोग दूसरे प्रदेश खाने कमाने गए हैं अपने प्रदेश में काम ना मिलने से जो आंकड़े हैं वह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है आखिर अपने प्रदेश में गरीब मजदूरों को काम क्यों नहीं मिल पाता ।छत्तीसगढ़ प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति भयावह नहीं है यहां वर्तमान में स्थिति सामान्य है पर यहां के लाखों मजदूर अन्य प्रदेश से अपने अपने गांव पहुंचेंगे और उन्हें कोरेन्टाइन किया जाएगा तब की स्थिति में गांव तक कोरोना वायरस पहुंच सकती है छत्तीसगढ़ में सबसे ध्यान देने की बात की है उनमें रखे लोगों की सही देखभाल हो वही व्यवस्था बिगड़ती है तो पूरी व्यवस्था पर संकट आ सकती है ग्राम कोसीर रायगढ़ जिले का सबसे बड़ा गांव है जहां 5 से 6 दिन में बाहर खाने कमाने गए मजदूरों का आना शुरू हो गया है गांव में अभी तक सरस्वती शिशु मंदिर, कन्या हाई स्कूल , प्री मैट्रिक छात्रावास को कोरेन्टाइन बनाया गया है ।यहां 85 से अधिक प्रवासी मजदूर उड़ीसा, हैदराबाद और अन्य जगह से पहुंच गए हैं। वहीं कोसीर के 138 परिवारों ने अब तक अपने परिवार की जानकारी ग्राम पंचायत में रजिस्ट्रेशन कराएं हैं ग्राम पंचायत सचिव ने बताया कि गांव से लगभग 400 से अधिक प्रवासी मजदूर लोग दूसरे प्रदेश गए हैं जिसमें मुख्य रुप से उड़ीसा, महाराष्ट्र ,बिहार ,जम्मू ,तमिलनाडु, हरियाणा ,पंजाब ,जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश ,झारखंड ,उत्तर प्रदेश ,राजस्थान ,हैदराबाद में फंसे हुए हैं जो अपना प्रदेश और गांव आना चाहते हैं ।कीर्तन बंजारे ने बताया कि वह उड़ीसा काम करने गया था बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा और वह अपने परिवार के साथ उड़ीसा से 200 किलोमीटर दूर चलकर छत्तीसगढ़ की सीमा पहुंचा वहां से सारंगढ विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े प्रतिनिधि जनपद पंचायत के उपाधयक्ष गनपत जांगड़े से आप बीती बताया तब सोहेला से उन्हें छत्तीसगढ़ आने में मद्द मिली और अपने गांव कोसीर पहुंचा । इस समय सरकार की गाईड़ लाइन का पालन करना अनिवार्य है और घर में रह कर ही कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है । आने वाला समय कोसीर गांव के लिए खतरा हो सकता है ?400 से अधिक प्रवासी मजदूर अपने घर लौटेंगे उन्हें कोरेन्टाइन सेंटर में देख रेख में रखना होगा कोसीर पंचायत को सक्रियता के साथ सजग रहने की जरूरत है ।

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