मनोरंजन

प्रेम और त्याग की कहानी है अक्षय कुमार की ‘रक्षा बंधन’ फिल्म जिसे सभी को देखना चाहिए

बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की फिल्म ‘रक्षा बंधन’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. फिल्म के नाम से ही जाहिर हो रहा है कि ये भाई और बहन के पवित्र रिश्ते पर आधारित है. एक लंबे अर्से के बाद बॉलीवुड जगत में ऐसी कहानी देखने को मिली है, जिसमें भाई और बहनों के असीम प्रेम को दिखाया गया है. एक मध्यवर्गीय परिवार में किस तरह भाई और बहन अपने सपनों को कुचलते हुए एक-दूसरे का सहारा बनते हैं, इसे सिखाने के लिए इस फिल्म से बढ़िया उदाहरण नहीं है. आनंद एल. राय ने फिल्म के जरिए समाज की कुरीतियों पर से पर्दा उठाने की कोशिश की है. आईए आपको बताते हैं कि ये फिल्म देखनी क्यों जरूरी है.

प्रेम और त्याग का नाम ‘रक्षाबंधन’

फिल्म रक्षाबंधन में अक्षय कुमार ने जिस तरह से अपने किए गए वायदे से अदा होते हैं, वो शायद हम सभी भाईयों के लिए एक सीख की तरह है. फिल्म की कहानी अक्षय कुमार और उनकी चार बहनों के इर्द-गिर्द बुनी हुई है. फिल्म में अक्षय कुमार सबको गोलगप्पे खिलाते हैं और अपनी चारों बहनों की शादी करवाने के लिए हर तरह की कोशिश करते हैं. किसी ना किसी तरह उनकी बहनों का रिश्ता होते-होते टूट जाता है. अक्षय अपने बचपन से एक लड़की (भूमि पेडनेकर) से प्यार करते हैं. लेकिन एक वायदे के चलते दोनों की शादी होना आसान नहीं है. कहानी में जहां इमोशन्स हैं, तो वहीं ह्यूमर को जगह दी गई है. यूं कहें तो फिल्म हंसाने के साथ-साथ रुलाती भी है.

कहानी में मोड़ उस वक्त आता है जब अक्षय जब अक्षय अपनी बहनों से राखी बनवाते घर आते हैं. उन्हें एक फोन आता है और उसी फोन से फिल्म की कहानी एक ऐसा रुख मोड़ती है, जिससे अक्षय और उनकी बहनों की दिशा और दशा दोनों ही बदल जाती है. अक्षय कुमार का वो वायदा क्या होता और कैसे एक फोन से कहानी का मोड़ बदल जाता है. इसके लिएन आपको बेशक सिनेमाघरों का रुख करना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन पर्व की दी शुभकामनाएं

दहेज प्रथा को चुनौती देती फिल्म

फिल्म रक्षा बंधन में समाज की जिस बुराई को प्रमुखता से दिखाया गया- वो दहेज प्रथा है. ये फिल्म दहेज प्रथा के खिलाफ एक चुनौती बनकर उभरी है. जिस तरह से दहेज प्रथा को फिल्म में दिखाया गया है, शायद इसे देखने के बाद लोग समझें. फिल्म के डायरेक्टर ने इसे जिस तरह से पर्दे पर उतारा है, वह काबिले तारीफ है.

कैसी है एक्टिंग?

फिल्म में अगर एक्टिंग की बात की जाए तो, अक्षय की चारों बहनों खासकर उनकी बहन गायत्री (सादिया खतीब) की एक्टिंग दमदार है. फिल्म भूमि पेडनेकर और अक्षय की बाकि बहनों की एक्टिंग भी शानदार है. खुद अक्षय कुमार ने अपने किरदार के साथ पूरी तरह से न्याय किया है.

बेहतरीन निर्देशन और सिनेमैटोग्राफी

इस फिल्म का निर्देशन आनंद एल. राय ने किया है. आनंद एल. राय कहानी को बेहतरीन ढंग से पेश करने के लिए जाने जाते हैं. फिल्म रक्षा बंधन में भी उन्होंने यही किया. के.यू मेहनन ने फिल्म के सिनेमैटोग्राफर हैं. वहीं, बात करें लिरिक्स की, तो इरशाद कामिल ने फिल्म के गीतों को लिखा है और हिमेश ने अपने संगीत से उसे सजाया है

Related Articles

Back to top button