AI Subscription Free: भारतीय यूजर्स की खुल गई लॉटरी! OpenAI समेत इन 4 AI कंपनियों ने फ्री कर दिए महंगे सब्सक्रिप्शन

AI Subscription Free: Year Ender 2025 में टेक्नोलॉजी की दुनिया से भारतीय यूजर्स के लिए एक खुशखबरी सामने आई। इस साल हजारों रुपए के प्लान में मिलने वाले AI सब्सक्रिप्शन प्लान यूजर्स को बिल्कुल मुफ्त में मिल रहे हैं। गूगल, ओपनएआई और परप्लेक्सिटी जैसी कंपनियों ने भारत को खास तवज्जो दी और अपने प्रीमियम प्लान फ्री में ऑफर कर दिए।
AI की रेस में आगे निकलने की होड़ ने यूजर्स की मौज करा दी। कंपनियां एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए अपने टूल्स और फीचर्स ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहती हैं। ऐसे में यूजर्स को बिना एक भी रुपए खर्च किए प्रीमियम AI सुविधाओं का इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा। हालांकि इस फायदे के पीछे कंपनियों का भी अपना बड़ा गेम प्लान है।
गूगल ने नवंबर 2025 में अपने Gemini AI Pro सब्सक्रिप्शन को भारत में जियो यूजर्स के लिए फ्री कर दिया था। देश में जियो के करीब 50 करोड़ यूजर्स हैं, जिन्हें यह करीब ₹1950 प्रति माह वाला प्लान पूरे 18 महीनों तक बिना किसी शुल्क के दिया जा रहा है। इसके अलावा, गूगल ने भारत को उन चुनिंदा देशों में शामिल किया है, जहां उसके AI Plus पैकेज पर भारी छूट दी जा रही है।
भी भारतीय यूजर्स के लिए बड़ी राहत दी। कंपनी ने अपने AI चैटबॉट ChatGPT के Go प्लान को भारत में पूरी तरह फ्री कर दिया है। आमतौर पर ₹399 प्रति माह वाला यह प्लान भारतीय यूजर्स को एक साल तक मुफ्त मिल रहा है, जबकि बाकी देशों में इसके लिए यूजर्स को भुगतान करना पड़ रहा है।
परप्लेक्सिटी AI ने भारत में टेलीकॉम कंपनी एयरटेल के साथ साझेदारी की। इसके तहत एयरटेल यूजर्स को Perplexity Pro सब्सक्रिप्शन फ्री में दिया जा रहा है। इस प्लान की सालाना कीमत करीब ₹17,000 है, जिसे भारतीय यूजर्स बिना किसी खर्च के इस्तेमाल कर पा रहे हैं।
भारत पर इतनी मेहरबानी क्यों?
AI Subscription FreeAI कंपनियों की भारत पर खास नजर की सबसे बड़ी वजह है यहां का विशाल यूजर बेस। भारत में करीब 73 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स हैं, जो हर महीने औसतन 21GB डेटा खर्च करते हैं। फ्री सब्सक्रिप्शन ऑफर करने से कंपनियों का यूजर बेस तेजी से बढ़ा है। उदाहरण के लिए ChatGPT Go के फ्री होने के बाद ओपनएआई के यूजर्स की संख्या में 60% सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, Gemini के डेली एक्टिव यूजर्स में भी करीब 15% का इजाफा हुआ है। नतीजा साफ है 2025 में AI कंपनियों की रेस का सबसे बड़ा फायदा भारतीय यूजर्स को मिला। सवाल बस इतना है कि क्या आने वाले साल में भी ये प्रीमियम सुविधाएं यूं ही फ्री मिलती रहेंगी या फिर कंपनियां धीरे-धीरे इन पर दोबारा चार्ज लगाना शुरू करेंगी



