देश

Central Board Secondry Education: CBSE का बड़ा फैसला! अब कक्षा 6-8 में कौशल शिक्षा अनिवार्य

Central Board Secondry Education

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने सभी स्कूलों में क्6 से 8 तक कल शि को एक िर् ि के र ि कर दिया है। इन क् के ्र किताबों, नोटबुक और तक ही सीमित नहीं रहेंगे। , वे ि जी े का सीखेंगे, जैसे पौधों और जानवरों की देखभाल कर,ि िकिि , और म ििि

Read More: NDA Bihar News: बिहार में नई सरकार बनने के बाद NDA को लगा बड़ा झटका, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से कई प्रमुख नेताओं ने एक साथ अपने पदों से दिया इस्तीफा

“CBSE अधिकारियों के र”

स्कूलों को अब किि को मि का हिस्सा बनाना , न कि एक ि । बोर्ड ने इस सेमेस्टर में शि ि 2020 के तहत द्वारा विि की गई कल बोध की किताबों को लागू करन ि दिया है। ये ें प्रिंट और डिजिटल दोनों में उपलब्ध हैं।

नई सीरीज में, स्टूडेंट्स को तीन तरह के काम पर आधारित प्रोजेक्ट पूरे करने होंगे

  • जीवों के साथ काम
  • मशीनों और मटीरियल से जुड़े काम
  • इंसानों की सर्विस से जुड़े काम

 

सालाना तीन प्रोजेक्ट पूरा करने का मुख्य उद्देश्य है

ं को तीन साल , यानी 6, 7 और 8 में, कुल नौ परिोज पूर करन होंग समें लगभग 270 घंटे का रिक क ामि होगा। इसका यह है कि ढ़ के ि ं, बल्कि ार े के के ं।

 

Central Board Secondry Education

स्कूलों को अपना समय सारणी में करना होगा परिवर्तन

  • हर साल 110 घंटे (160 पीरियड) सिर्फ़ स्किल्स एजुकेशन के लिए होंगे।
  • हर हफ्ते लगातार दो पीरियड इस सब्जेक्ट के लिए होंगे।
  • किताब में दिए गए छह प्रोजेक्ट में से, स्कूल अपनी लोकल जरूरतों और रिसोर्स के आधार पर तीन प्रोजेक्ट चुनेंगे।

Read More: Chhatisgarh Latest News: संविधान दिवस पर टाउन हॉल में गरिमामय कार्यक्रम

शिक्षकों को भी अब नई स्किल्स सिखने की जरूरत होगी

स्किल्स अवेयरनेस पहल को लागू करने , CBSE, NCERT और PSSIVE मिलकर बड़े पैमाने पर ि ्रि ि करेंगे। मिक के , स्कूलों में एक स्किल्स फेयर ि िया जाएगा। अपने प्रोजेक्ट्स, मॉडल्स और प्र करेंगे। यह फेयर स्कूलों के लिए एक न ि होगा, जिें ि भी देख सकें कि उनके बच्चे ों के अलावा क ि रहे हैं।

Related Articles

Back to top button