धर्म

Krishna Janmashtami 2025 Date: 15 या 16 अगस्त कब है जन्माष्टमी ? यहां जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और श्रृंगार विधि…

Krishna Janmashtami 2025 Date: भादौं का महीना शुरू हो चुका है। इस महीने त्योहारों की झड़ी लग जाती है। जिसकी शुरुआत 14 अगस्त को हलषष्ठी व्रत के साथ होगी। अगर आप भी जन्माष्टमी तिथि को लेकर कंफ्यूज हैं तो चलिए जानते हैं हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जन्माष्टमी कब मनाई जाएगी।

 

इस दिन मनाई जाएगी जन्माष्टमी

ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि की शुरुआत 16 अगस्त को हो जाएगी। लेकिन उदयातिथि के अनुसार जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त को ही मनाया जाएगा।

 

कब शुरू होगी भादौं कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि

हिन्दू पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि की शुरुाअत 15 अगस्त की रात 1:50 मिनट से हो जाएगी। जो 16 अगस्त को रात 10:20 मिनट तक रहेगी। यानी जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त को ही मनाया जाएगा।

 

जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल की शृंगार विधि (Laddu Gopal Shringar Vidhi)

जन्माष्टमी के दिन सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करने के बाद मंदिर की सफाई करें। इसके बाद पंचामृत, गंगाजल से लड्डू गोपाल को स्नान कराएं।

इसके बाद वस्त्र पहनाकर कृष्णा को चंदन का लेप लगाएं।

इसके बाद मुकुट,मुरली, मोर पंख, हार, करधनी, बांसुरी और फूलमाला अर्पित करके उनका भजन करें।

दीपक जलाकर श्रीकृष्ण की आरती करें।

फिर माखन-मिश्री, पंजीरी का भोग लगाएं।

भोग लगाने में तुलसी के पत्ते शामिल करें।

 

 

भगवान कृष्ण के शक्तिशाली मंत्र

Krishna ke Shaktishali Mantra 2025)

  • ॐ कृष्णाय नमः
  • ॐ नमो भगवते श्री गोविन्दाय
  • ॐ देव्किनन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात
  • ओम क्लीम कृष्णाय नमः
  • गोकुल नाथाय नमः
  • ॐ श्री कृष्णः शरणं ममः
  • हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे । हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।
  • ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाया कुण्ठमेधसे। सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।।

 

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Krishna Janmashtami 2025 Dateज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार वैसे तो व्रत को अपनी शारीरिक क्षमता के आधार पर रखा जा सकता है, लेकिन अगर आप इस व्रत का पालन कर रहे हैं तो दिन में फलाहार करके रात को 12 बजे के बाद व्रत पूर्ण होने के बाद यानी श्रीकृष्ण के जन्म के बाद भोजन किया जा सकता है।

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