– फिर एक नारियल लें और उस पर हल्दी-कुमकुम लगाएं, लाल कपड़ा बाधें और समुद्र देव को अर्पित करें
– धूप-दीप, अक्षत, फूल, चंदन और जल से भगवान वरुण की पूजा करें।
– पूजा के अंत में वरूण देव के मंत्रों (ॐ वरुणाय नमः) का जप करें।
– अंत में प्रसाद वितरित करें।