Anil Ambani ED Raid News: मुंबई: देश की सबसे चर्चित जांच एजेंसी ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने दिग्गज कारोबारी अनिल अम्बानी के ठिकानों पर छापेमारी की है। हालांकि इस रेड कार्रवाई को लेकर अधिकारियों की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। यह पूरी कार्रवाई PMLA के तहत की जा रही है। बताया जा रहा है कि अनिल अम्बानी के कंपनियों और कारोबार से जुड़े दो दर्जन से ज्यादा लोग जाँच एजेंसी ईडी की रडार पर है और उनपर कभी भी कार्रवाई हो सकती है। जानकारी के मुताबिक़ 50 कंपनियों, 35 ठिकानों और 25 लोगों पर छापे मारे जा रहे है। ये मामला ₹3000 करोड़ के बैंक लोन से जुड़ा है जिसे अवैध तरीके से डायवर्ट किया गया।
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Anil Ambani ED Raid News गौरतलब है कि, यह पूरी कार्रवाई तब सामने आई है जब पिछले दिनों देश के सब बड़े बैंक एसबीआई ने रिलायंस कम्युनिकेशन के अनिल अम्बानी को फ्रॉड घोषित कर दिया था।
रिलायंस कम्युनिकेशन के अनिल अम्बानी को फ्रॉड घोषित कर दिया था।
कई बड़ी संस्थाओं से मिले इनपुट
इस कार्रवाई के पीछे ED को नेशनल हाउसिंग बैंक, SEBI, नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी (NFRA), बैंक ऑफ बड़ौदा और CBI की दो FIR से अहम जानकारी मिली थी। इसी आधार पर आगे की जांच तेज की गई है।
अनिल अंबानी ग्रुप के टॉप अफसरों पर भी जांच
जांच एजेंसी उन सीनियर अधिकारियों की भी तलाशी ले रही है जो अनिल अंबानी ग्रुप से जुड़े हैं। ED का दावा है कि जांच में पब्लिक फंड को डायवर्ट करने की एक प्लानिंग का सुराग मिला है। कई बैंकों, निवेशकों और शेयरहोल्डर्स को इस प्रक्रिया में गुमराह किया गया हो सकता है।
यस बैंक से जुड़े लोन पर नजर
जांच का फोकस 2017 से 2019 के बीच यस बैंक से लिए गए 3,000 करोड़ रुपये के लोन पर है। ED का कहना है कि लोन पास होने से पहले ही बैंक के प्रमोटर्स से जुड़ी कुछ कंपनियों को फंड ट्रांसफर किए गए थे। इस ट्रांजैक्शन को लेकर घूसखोरी और भ्रष्टाचार की भी जांच हो रही है।
रिलायंस होम फाइनेंस पर सवाल
SBI ने क्यों ठहराया ‘फ्रॉड’?
13 जून 2025 को SBI ने RBI के फ्रॉड रिस्क मैनेजमेंट गाइडलाइंस के तहत रिलायंस कम्युनिकेशंस और अनिल अंबानी को ‘धोखाधड़ी करने वाला’ घोषित किया। 24 जून को यह रिपोर्ट RBI को सौंप दी गई। इसके बाद SBI अब CBI में औपचारिक शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
कितना है SBI का जोखिम?
SBI का रिलायंस कम्युनिकेशंस में फंड आधारित एक्सपोजर 2,227.64 करोड़ रुपये का है। इसके अलावा 786.52 करोड़ रुपये का गैर-फंड आधारित एक्सपोजर बैंक गारंटी के रूप में है।
कंपनी और व्यक्तिगत दिवालियापन की प्रक्रिया जारी
Anil Ambani ED Raid Newsरिलायंस कम्युनिकेशंस पहले से ही दिवालियापन प्रक्रिया (CIRP) में है और इसका प्रस्ताव NCLT मुंबई में लंबित है। इसके अलावा SBI ने अनिल अंबानी के खिलाफ व्यक्तिगत दिवालियापन की कार्यवाही भी शुरू कर दी है।