बिलासपुर ज़िले में मानसून की दस्तक के साथ ही एक और खतरा सामने आ गया है – सांप के काटने के बढ़ते मामले. पिछले एक महीने में जिले में सांप के काटने के 11 मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक 14 वर्षीय बच्ची की मौत हो चुकी है.

हिमाचल प्रदेश केबिलासपुर जिला में मानसून की दस्तक के साथ ही जहां र ुक-रुक के बारिश का दौर लगातार जारी है तो वहीं बरसात के मौसम में सांप काटने के मामले भी सामने आने लगे हैं. जी हां बिलासपुर जिला में एक माह के भीतर सांप काटने के 11 मामले सामने आए हैं जिसमें एक बच्ची की मौत हो गयी है.

यह मामला भराड़ी उप तहसील के डंगार पंचायत के गांव रोपड़ी का है जहां 14 वर्षीय पलक नाम की एक लड़की की सांप के काटने से उस समय मौत हो गयी जब वह अपनी दादी के सोई हुई थी तो अचानक उसे सांस लेने में दिक्कत आने लगी और जब परिजनों के चैक करने पर पलक की टांग पर सांप के काटने का निशान पाया गया था जिसे उपचार के लिए स्थानीय

अस्पताल ले गए तो वहाँ चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं इसके अलावा जिला में सांप के काटने के 10 अन्य मामले भी सामने आए थे जिन्हें तुरंत उपचार मिलने से उनकी जान बचाई गयी है.

वहीं आंकड़ों की बात की जाए तो वर्ष 2024 में बिलासपुर जिला में 43 मामले सांप के काटने के सामने आए थे जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं अब मानसून की बरसात शुरू होते ही 11 मामले सांप के काटने के सामने आना चिंताजनक है, क्योंकि बरसात अभी बाकी है और ऐसे में सांप काटने के मामले और अधिक बढ़ सकते हैं.

इस बात की जानकारी देते हुए CMO बिलासपुर डॉक्टर शशि दत्त शर्मा ने कहा कि बिलासपुर जिला में 50 से अधिक प्रजाति के सर्प पाए जाते हैं जिनमें से कोबरा, क्रेट व वाइपर सर्प ही जहरीला होता है और कईं ऐसे सांप होते हैं जिनमें जहर नहीं होता.