Housefull 5 Review: अक्षय कुमार की फिल्म ‘हाउसफुल 5’ हुआ रिलीज, पढ़ें यहां रिव्यू…

Housefull 5 Review 6 जून 2025 को ‘हाउसफुल 5’ बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म का ट्रेलर ही इतना हंसी से भरपूर था कि दर्शकों की उम्मीदें सातवें आसमान पर पहुंच गई थीं, लेकिन जैसा कि कहा जाता है, किसी फिल्म को उसके ट्रेलर से नहीं आंकना चाहिए, ठीक ऐसा ही इस फिल्म के साथ भी देखने को मिल रहा है। फिल्म में लंबी चौड़ी स्टारकस्ट क्या हर कसर पूरी कर पाई और क्या दर्शकों को वादे के अनुसार हंसा पाई ये आपको इस रिव्यू में जानने को मिलेगा।
फिल्म की कहानी
‘हाउसफुल 5’ की कहानी रंजीत नाम के एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने 100वें जन्मदिन पर एक आलीशान क्रूज पार्टी आयोजित करता है, लेकिन इसी पार्टी के दौरान उसकी मौत हो जाती है। मौत के बाद रंजीत एक होलोग्राम वसीयत के जरिए अपने सौतेले बेटे देव (फरदीन खान) को बताता है कि उसकी 69 बिलियन पाउंड की संपत्ति उसके आधिकारिक उत्तराधिकारी जॉली को मिलनी चाहिए। अब कहानी में ट्विस्ट आता है जब क्रूज पर एक नहीं बल्कि तीन-तीन जॉली (अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, अभिषेक बच्चन) अपनी-अपनी पत्नियों (नरगिस फाखरी, सोनम बाजवा, जैकलीन फर्नांडिस) के साथ आ धमकते हैं और सभी यह दावा करते हैं कि वही असली वारिस हैं। इसी बीच एक मर्डर हो जाता है और सभी जॉली उस हत्या में संदिग्ध बन जाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि असली हत्यारा कौन है? रंजीत के आस-पास हर किसी के पास उसे मारने का कारण है, फिर चाहे वो उसके कंपनी के बोर्ड मेंबर हों या उसका परिवार।फिल्म की कहानी
‘हाउसफुल 5’ की कहानी रंजीत नाम के एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने 100वें जन्मदिन पर एक आलीशान क्रूज पार्टी आयोजित करता है, लेकिन इसी पार्टी के दौरान उसकी मौत हो जाती है। मौत के बाद रंजीत एक होलोग्राम वसीयत के जरिए अपने सौतेले बेटे देव (फरदीन खान) को बताता है कि उसकी 69 बिलियन पाउंड की संपत्ति उसके आधिकारिक उत्तराधिकारी जॉली को मिलनी चाहिए। अब कहानी में ट्विस्ट आता है जब क्रूज पर एक नहीं बल्कि तीन-तीन जॉली (अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, अभिषेक बच्चन) अपनी-अपनी पत्नियों (नरगिस फाखरी, सोनम बाजवा, जैकलीन फर्नांडिस) के साथ आ धमकते हैं और सभी यह दावा करते हैं कि वही असली वारिस हैं। इसी बीच एक मर्डर हो जाता है और सभी जॉली उस हत्या में संदिग्ध बन जाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि असली हत्यारा कौन है? रंजीत के आस-पास हर किसी के पास उसे मारने का कारण है, फिर चाहे वो उसके कंपनी के बोर्ड मेंबर हों या उसका परिवार।
म्यूजिक, निर्देशन और लेखन-आधा सफल प्रयास
फिल्म की कहानी और स्क्रीनप्ले साजिद नाडियाडवाला ने लिखा है और निर्देशन किया है तरुण मनसुखानी ने। पहले हाफ में दोनों का काम सराहनीय है, लेकिन दूसरे हाफ में स्क्रिप्ट ढीली पड़ जाती है। मर्डर मिस्ट्री को कॉमेडी के साथ संतुलित करना एक कठिन काम है और यहीं पर यह फिल्म पूरी तरह सफल नहीं हो पाती। हाउसफुल फ्रैंचाइजी में गानों की हमेशा अहम भूमिका रही है। चाहे वो ‘अनारकली डिस्को चली’ हो या ‘धन्नो’, संगीत हमेशा चार्टबस्टर रहा है, लेकिन हाउसफुल 5 में सिर्फ एक ही गाना ‘लाल परी’, ऐसा है जो आपके दिमाग पर असर करेगा, बाकी तीन और गाने हैं जो सुनने में कान को अच्छे जरूर लगते हैं, लेकिन आपके साथ थिएटर से बाहर घर नहीं जाएंगे।
फाइनल वर्डिक्ट
Housefull 5 Reviewहाउसफुल 5 एक बढ़िया आइडिया के साथ शुरू होती है और पहले हाफ में दर्शकों को खूब हंसाती है, लेकिन इंटरवल की ओर बढ़ते हुए अपनी चमक खो देती है। मर्डर मिस्ट्री को लेकर जो उत्सुकता पहले हाफ में बनाई जाती है, वह अंत तक नहीं टिक पाती, फोकस छूटता है, लेकिन प्रभावी क्लाइमेक्स आपके पैसे वेस्ट नहीं होने देगा। अगर आप हाउसफुल स्टाइल की गैर-तार्किक, हल्की-फुल्की कॉमेडी के फैन हैं, तो यह फिल्म एक बार देखी जा सकती है, खासकर अपनी शानदार स्टारकास्ट के लिए