*✍️छाल पुलिस के दबाव और सायबर सेल के बिझाये जाल में फंसे तीनों आरोपी, आखिर कैसे बिछाई गई थी जाल पढ़ें पूरी खबर….*

● *पुलिस को चुनौती देने वाले दुष्कर्म के आरोपी की जमानत अर्जी खारिज*…
● *गिरफ्तारी के पहले आरोपी #छाल पुलिस और #सायबर सेल को गिरफ्तार करने की दे रहा था चुनौती*….
● *#छाल पुलिस के दबाव और सायबर सेल के बिझाये जाल में फंसे तीनों आरोपी, तीनों जेल में निरूद्ध*….
RGHNEWS प्रशांत तिवारी नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपी *कुशल सारथी पिता सदानंद सारथी उम्र 20 साल निवासी भातपुर थाना कोतरारोड़* की जमानत अर्जी को माननीय न्यायालय द्वारा खारिज कर दी गई है । आरोपी पर थाना छाल अन्तर्गत रहने वाली बालिका को भगा ले जाकर दुष्कर्म करने एवं बालिका की आपत्तिजनक तस्वीरों को उसके परिजनों को भेजने का आरोप है । घटना के संबंध में थाना छाल में अप.क्र. 41/2021 धारा 363,366,354, भादवि, 12 पाक्सो एक्ट , 67(क) आईटी एक्ट + धारा 376, 368, 34 IPC IPC 6 पास्को का अपराध पंजीबद्ध है । थाना प्रभारी छाल व प्रकरण के विवेचक निरीक्षक विवेक पाटले द्वारा मुख्य आरोपी कुशल सारथी तथा आरोपी के फरार रहने दौरान आरोपी के लुकने छिपने में मदद करने तथा उसे कम्प्युटर, इंटरनेट मुहैया करने वाले दो सहआरोपी बजरंग उर्फ चुड़ामणी सारथी निवासी पुरैसना एवं मोरध्वज चौहान निवासी सोंड़का को अजमानतीय धाराओं में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है, प्रकरण में चालानी कार्यवाही शेष है ।
आरोपी कुशल सारथी गिरफ्तारी के पूर्व छाल पुलिस एवं सायबर सेल स्टाफ को गिरफ्तार करने की चुनौती दे रहा था । दरअसल आरोपी कुशल सारथी थाना छाल क्षेत्र की बालिका को अपने प्रेमजाल में फंसाकर शादी करने का प्रलोभन देकर दिनांक 09.12.2020 को भगाकर अपने गांव ले आया था, जिसे खोजबिन कर बालिका के परिजन उसे वापस ले गये । जिसके बाद आरोपी कुशल सारथी बालिका के पिता को धमकी देने लगा कि लड़की को मेरे पास वापस भेजों नही तो उसकी अश्लील फोटो फेसबुक में डालकर बदनाम कर दूंगा, जिसे बालिका के परिजन समझाये पर कुशल नहीं माना और लडकी के अश्लील फोटो लड़की के घरवालों के मोबाइल पर भेजा । *दिनांक 05.03.2021* को अपराध कायम होने के बाद से आरोपी कुशल फरार हो गया और इतना ही नहीं उसके बाद वह लगातार लड़की के नाम पर बने फेसबुक एकाउंट का उपयोग कर लगातार अश्लील फोटो अपलोड़ करने लगा और व्हाटसअप, मैसेंजर पर चैटिंग कर लड़की के घरवालों को धमकी देने लगा । पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा छाल पुलिस एवं सायबर सेल को शीघ्र आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने का निर्देश दिये । शातिर आरोपी पकड़े जाने के डर से अपना मोबाइल बंद कर आईपी बदल-बदल कर व्हाटसअप और मेसेंजर के जरिये कॉल, चैटिंग करता था । सायबर सेल स्टाफ जब व्हाटसअप पर कॉल कर आरोपी को सरेंडर करने कहा गया तो उसने चुनौती भरे लफ्जों में बोला कि “मुझे गिरफ्तार कर दिखाओ” । उसके बाद आरोपी किसी नये नम्बर से आये व्हाटसअप कॉल को रिसीव नहीं कर रहा था, तब सायबर सेल स्टाफ आरोपी को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उससे दोस्ती किये । सायबर एक्पर्ट द्वारा पता लगाया गया कि आरोपी नेट कहां से यूज कर रहा है, जानकारी मिली कि उसके फूफा बजरंग उर्फ चुड़ामणी सारथी के मोबाइल से हॉट स्पॉट लेकर, फूफा के कम्प्युटर पर फेसबुक लॉगिन कर मैसेज भेजता है । तब उसके फूफा बजरंग और उसके दोस्त मोरध्वज चौहान तक पुलिस पहुंची । इधर छाल पुलिस के गिरफ्तारी के लिये बनाया गया दबाव भी काम आया और आरोपी के सोंड़का में छिपे होने की जानकारी मिलने पर छाल टीआई विवेक पाटले तत्परता दिखाते हुए दलबल के साथ सोंड़का (खरसिया) जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है । पहले आरोपी पुलिस को गिरफ्तारी के लिये चुनौती दे रहा था वही अब न्यायालय के समक्ष जमानत की गुहार लगा रहा है, जिसे माननीय न्यायालय द्वारा खारिज कर दी गई है । तीनों आरोपी अभी भी जेल में निरूद्ध है ।



