CG Election News: बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ जारी किया आरोप पत्र, 15 बिंदुओं में गिनाई खामियां…
![](https://rghnews.com/wp-content/uploads/2025/01/InCollage_20250126_233435242-780x470.jpg)
CG Election News छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की वोटिंग तारीख नजदीक आ चुकी हैं. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. चुनाव से पहले कांग्रेस ने आरोप पत्र जारी किया था.वहीं शनिवार को बीजेपी ने रायपुर नगर निगम के 15 साल के कार्यकाल में 15 बिंदुओं पर आरोप पत्र जारी किया है.
नगर निगमों को बनाया भ्रष्टाचार का अड्डा :इस दौरान प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश के नगर निगमों को सेवा की जगह भ्रष्टाचार का अड्डा बना लिया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पिछले 5 सालों में प्रदेश के नगर निगमों में सेवा की जगह भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया.
रायपुर नगर निगम में कांग्रेस की महापौर और प्रत्याशी दीप्ति दुबे और रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों में पार्षद प्रत्याशी के साथ कोई भी इतनी हिम्मत नहीं कर पा रहा है कि अपने पूर्व महापौर की फोटो फ्लेक्स या पोस्टर में लगाकर उनके नाम से वोट मांग ले.
रायपुर नगर निगम के 15 साल के कुशासन पर आरोप पत्र
CG Election Newsकांग्रेस ने 15 साल के शासन में नगर निगम रायपुर में भ्रष्टाचार और लूट के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.कोरोना महामारी में भी कांग्रेस भ्रष्टाचार से बाज नहीं आई. लगभग 80 लाख रुपए स्थाई कॉविड केयर के सामान के लिए किराया दिया. जबकि उन्हें खरीदा जाता तो इतनी राशि खर्च नहीं होती.
शहर में तालाबों के सौंदर्यीकरण के नाम पर भी कांग्रेस के महापौर ने जमकर लूट मचाई. करोड़ों रुपए में खरीदे गए फव्वारा चंद दिनों में ही बंद पड़ गए. जिसमें बूढ़ा तालाब का 5 करोड़ रुपए का म्यूजिकल फाउंटेन भी शामिल है जो केवल 100 दिन ही चल पाया.तेलीबांधा से वीआईपी रोड तक का सौंदर्यीकरण बिना टेंडर के पूरा कर दिया गया था, जिसे जनता ने वॉल आफ करप्शन नाम दिया था.
होर्डिंग के मामले में भी कांग्रेस की नगर सरकार ने भारी भ्रष्टाचार किया. 27 करोड़ का यह घोटाला यूनिपोल घोटाला के नाम से छाया रहा.नरैया तालाब के सौंदर्यीकरण में भी फर्जीवाड़ा किया गया. 27 लाख रुपए का फर्जी वेतन.
40 लाख रुपए का टेंडर घोटाला भी सामने आया. 100 रुपए की चीजों को हजारों रुपए में खरीदा गया.वित्त आयोग से 10 इलेक्ट्रॉनिक बस की खरीदी के लिए लगभग 22 करोड़ रुपए आवंटित किए गए, लेकिन राजधानी में एक भी बस नहीं दौड़ी.
2 साल से बंद पड़ी कंपनियों को बिना जांच और एनओसी के ठेके दिए गए, जिनके जरिए जमकर भ्रष्टाचार हुआ.शहर के लगभग सभी क्षेत्रों में पार्किंग एवं ट्रैफिक की जमकर अव्यवस्था रही.
प्रदूषण से भी लोगों का जीना दूभर हो गया.शहर की नालियां जाम रही साफ सफाई न होने की वजह से लगातार कई इलाकों में मलेरिया पीलिया जैसी बीमारियां फैलती रही.व्यावसायिक क्षेत्र में जाने वाली महिलाओं को टॉयलेट की कमी से जूझना पड़ा.जनता से अधिक कर की वसूली भी एक पीड़ा देने वाला विषय रहा.
कांग्रेस ने मूल कर में ब्याज पेनल्टी जैसी चीज जोड़कर जनता को परेशान किया.संप्रदाय विशेष को संरक्षण के कारण लगातार अपराध होते रहे. सभ्य नागरिकों का जीना मुश्किल हो गया.महापौर के रिश्तेदारों का आतंक ना केवल आम निवासियों के लिए बल्कि पुलिस वालों तक पर चलता रहा.
धर्मांतरण आदि की घटनाएं लगातार होती रही. उसे निगम सरकार और प्रदेश की कांग्रेस सरकार का समर्थन मिला. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए थे की तिरंगा जलाने संविधान फाड़ देने की बात सरेआम की जाती रही.