रथ पर सवार होकर भक्तों के बीच पहुंचे भगवान जगन्नाथ,राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी होंगी शामिल

नई दिल्लीः देश में आज धूमधाम से रथयात्रा का पर्व मनाया जा रहा है। ओडिशा के पुरी में वार्षिक भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा आज से शुरू होने जा रही है। पुरी जगन्नाथ धाम सज-धजकर तैयार है। मंदिर की रीति नीति के अनुसार शनिवार की सुबह महाप्रभु की पूजा-अर्चना के बाद रथखला (रथ निर्माण स्थल) में सज-धजकर तैयार तीनों रथों को पुलिस अधिकारी एवं भक्त खींचकर जगन्नाथ मंदिर के सामने सिंहद्वार तक लाए। इधर गुजरात के अहमदाबाद स्थित जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ की 147वीं रथयात्रा निकाली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी जगन्नाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने रथ यात्रा से पहले तड़के मंगलवार को जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती की और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंदिर पहुंचकर भगवान की आरती की। सीएम भूपेंद्र पटेल ने सोने के झाड़ू से रास्ता साफ कर रस्म पूरी की।
रथ पर सवार होकर भक्तों के बीच पहुंचे भगवान जगन्नाथ,राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी होंगी शामिल
रथ यात्रा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी होंगी शामिल
इस वर्ष रथयात्रा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी शामिल होंगी। वह शनिवार की शाम भुवनेश्वर पहुंच गई। ओडिशा के चार दिवसीय दौरे पर पहुंची राष्ट्रपति रविवार को रथयात्रा में शामिल होंगी। मालूम हो कि इस वर्ष भक्तों को महाप्रभु के नवयौवन वेश का दर्शन नहीं हो पाया, क्योंकि इस वर्ष रथ यात्रा के पहले दिन रविवार को ही नवयौवन और नेत्रोत्सव विधि संपन्न की जाएगी।
रथ पर सवार होकर भक्तों के बीच पहुंचे भगवान जगन्नाथ,राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी होंगी शामिल
सुसज्जित रथों पर रथारूढ़ किया जाएगा
रविवार को महाप्रभु जगन्नाथ, देवी सुभद्रा, प्रभु बलभद्र एवं चक्रराज सुदर्शन को पहले सिंहद्वार के सामने सुसज्जित रथों पर रथारूढ़ किया जाएगा। इसके बाद रविवार को प्रतीकात्मक रूप से रथ खींचा जाएगा और फिर सोमवार को लाखों भक्तों के जयघोष के बीच महाप्रभु नौ दिनों की यात्रा पर मौसी के घर पहुंचेंगे। बहरहाल, महाप्रभु के स्वागत के लिए मंदिर मार्ग (बड़दांड) को सजाया जा रहा है।