कम वर्षा वाले क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पैदावार देगी धान की यह बेहतर किस्म, तगड़ी पैदावार के साथ जानिए होने वाला लाभ

कम वर्षा वाले क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पैदावार देगी धान की यह बेहतर किस्म, तगड़ी पैदावार के साथ जानिए होने वाला लाभ, नमस्कार दोस्तों आपको तो पता ही है कि आप खरीफ का सीजन नदी कहां गया है ऐसे में कई लोग ऐसे भी है जो कि धान की खेती करते हैं। इसलिए दोस्तों हम आपको दान की एक वैदिक शानदार किस्म की जानकारी देने वाले हैं जो की बहुत कम पानी में भी आपको अच्छी पैदावार दे देती है। दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम आपको तीन ऐसी किस्म के बारे में बताएंगे जो कि ज्यादातर किसानों के द्वारा सूखे क्षेत्रों में प्रयोग की जाती है और इससे वह काफी अच्छा लाभ कमा लेते हैं। चलिए आपको उनके नाम बता देते हैं।
दोस्तों इस लिस्ट की सबसे पहले धान किस्म है बासमती पूसा 834 जो कि भारतीय कृषि अनुसंधान के द्वारा विकसित की गई है। दोस्तों आपको बता दे कि यह किस में 125 से 130 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और इसकी पत्तियों पर जलसा रोग ज्यादा प्रभावित नहीं होता जिससे कि यह आपको अच्छी पैदावार दे देती है। साथी आपको बता दे कि यह काम ऊर्जा मिट्टी वाले और कम पानी वाले क्षेत्रों में भी बहुत ज्यादा उगाई जाती है और आपको बता दे कि ऐसे में या आपको 60 से 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन देने में सक्षम होती है।
कम वर्षा वाले क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पैदावार देगी धान की यह बेहतर किस्म, तगड़ी पैदावार के साथ जानिए होने वाला लाभ
दोस्तों इसी के साथ आप पूसा सुगंध 5 की भी खेती कर सकते हैं जो कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित की गई है। दोस्तों आपको बता दे की या उच्च क्वालिटी वाली हाइब्रिड किस्म है जो की 120 से 125 दिन में पककर तैयार हो जाती है और इसके दाने पतले सुगंधित तथा लंबे होते हैं साथ ही या कम पानी में तैयार होने वाली किस्म है जो कि अमेरिका कनाडा और यूनाइटेड किंगडम सहित कई देशों में निर्यात होती है। यह किस में इतनी खास है कि या आपको कम पानी में 50 से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन देने में सक्षम होती है।
दोस्तों इसके अलावा अगर आप कोई धन की खेती करना चाहते हैं तो स्वर्ण शुष्क आपके लिए एक बेहतर विकल्प है। दोस्तों यह किस्मत कम वर्षा वाले क्षेत्रों में ज्यादातर अधिक उपज प्रदान करती है और इसकी खास बात यह है कि इसमें बहुत ही काम रोग और किट प्रभाव कर पाते हैं जिससे कि दान में आपको रोगों से परेशानी नहीं होती है और यह कम ऊंचाई वाले धान की किस्म जो कि आपको काफी अच्छी पैदावार दे देती हैं। अगर आप इसकी बुवाई करते हैं तो आपको बता दे कि कम वर्षा वाले क्षेत्र में यहां आपको 40 से 45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से पैदावार देती है जो कि आपको 110 से 115 दिनों में तैयार देखने को मिल जाती है।