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धान की खेती में बम्पर मुनाफा और ज्यादा पैदावार पाने के लिए किसान कर सकते है ये जरुरी काम, जानिए डिटेल्स

धान की खेती में बम्पर मुनाफा और ज्यादा पैदावार पाने के लिए किसान कर सकते है ये जरुरी काम, जानिए डिटेल्स ,नमस्कार दोस्तों आज की किसी समाचार में हम आपके करीब की फसल के बारे में जानकारी देने वाले हैं. आज हम बात करने वाले हैं धान की फसल के बारे में, कुछ तो आपको तो पता ही है कि धान भारत की एक मुख्य फसल मानी जाती है. धन हर किसी का पसंदीदा भोजन होता है. पर आपको बता दे कि इसकी अच्छी पैदावार के लिए आपको कीट रोग आगे से इसे बचाने की आवश्यकता होती है. इसलिए आज हम आपको कुछ जानकारी बताने वाले हैं जिससे आप लोगों और कीटों से धन को बचा सकते हैं. आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.

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दोस्तों आपको बता दे की धान की अच्छी पैदावार के लिए देश के कई इलाकों में किस नए-नए तरीके अपनाते हैं जिससे कि वह कीटों से इसे बचा सके. आपको बता दे की एक किसान भाई राजपाल सिंह 12 एकड़ में धान की खेती करते हैं और वह बताते हैं कि मेरे पड़ोस के किसान धान के सीजन में पांच बार दबाव का छिड़काव करते हैं और मैं सिर्फ एक बार. उनका कहना है कि जैसे ही धान के पौधों पर बैठे किट पानी में गिरते हैं वह तुरंत मर जाते हैं. इन विधि की उपयोगिता के बारे में उत्तर प्रदेश के कृषि विज्ञान केंद्र कटिया सीतापुर के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉक्टर दया श्रीवास्तव जी कहते हैं कि यह देसी इलाज बहुत ही कारगर है. इस विधि से धार्मिक कीट लगने की आशंका भी बहुत कम हो जाती है और दूसरा पौधा भी तेजी से बढ़ता है. बड़वार की स्थिति में होते हैं उसे दौरान उन्हें तनाव दी जाए तो यह ज्यादा तेजी से बढ़ाने की कोशिश करते हैं जिससे पौधे अच्छे होते हैं और उत्पादन में अच्छा मिलता है.

धान की खेती में बम्पर मुनाफा और ज्यादा पैदावार पाने के लिए किसान कर सकते है ये जरुरी काम, जानिए डिटेल्स

आगे उन्होंने कहा कि खरीफ की फसल के दौरान नामी ज्यादा रहने के कारण धान में किट भी लगते हैं. अगर धान की रोपाई में 15 दिन और दोबारा 30 35 दिन तक होने पर उसमें लकड़ी को फिर दिया जाए तो पत्तियां पानी में डूबती है जिससे कीड़े मर जाते हैं. और इसके बाद अगर खेत में से पानी को निकाल दे तो इससे फायदा भी और अधिक होगा. इसी के साथ उन्होने बताया कि अगर की कोई किसान भाई लकड़ी घूमने में सक्षम नहीं है तो वह बेर की एक डर काटकर उसे पूरे खेत में घुमा दे. इसमें होता यह है कि बर के कांटों में फंसकर कीड़े पत्तियों से दूर हो जाएंगे और काम भी शुरुआत दिनों में आसानी से किया जा सकता है. आपको बता दे कि जापान चीन कोरिया कंबोडिया जैसे देशों में भी इसी तकनीक को अपनाया जाता है. जापान में तो किसान भाई खेतों में बत्तख पलते हैं जो कीट पतंग को खा जाती है. साथ ही थाईलैंड जैसे देशों में धान की खेत में मछलियां पलते हैं जो उतरने पर लगने वाले कीटों को चट कर जाती है .

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इसी के साथ आपको बता दे कि डॉक्टर दया के मुताबिक शुरुआत में जब किसी फसल में कीड़ों की अवस्था बहुत कम होती है तो यह कमजोर भी है इन्हें तो सिर्फ पानी की सूअर भी खत्म किया जा सकता है. किसी के साथ तेज बारिश भी यह काम कर देती है. ध्यान रहे कि अगर धान की फसल में 6-7 दिनों से ज्यादा पानी भर जाता है तो इसमें बुरा खुद का रोग लगने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में आप कीटनाशक जैसे क्लोरोपायरिफास की दवा का छिड़काव 1 मिली लीटर प्रति लीटर के हिसाब से कर सकते हैं. वहीं पर राजपाल सिंह भी कहते हैं कि हमारे पूर्वज किसान काफी वैज्ञानिक तरीके से खेती करते थे और जब यह दवाई नहीं थी तब वह अपने तरीके आजमाते थे. उन्हें बताया कि मेरे बाबा पता के नीचे किले लगवाते थे जो धन को घूमते थे और इसे खास खत्म होती थी और कीड़े भी मरते हैं.

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