Byju Crisis : Byjus हो रहा कंगाल, नहीं रहे कर्मचारियों के देने तक के पैसे , पड़े क्या है खबर

Byju Crisis : हो रहा कंगाल, नहीं रहे कर्मचारियों के देने तक के पैसे , पड़े क्या है खबर हमारे देश में बहुत से लोग नए नए स्टार्टअप ले कर आ रहे है जिसमे से कुछ लोगो के स्टार्टअप सफल होते जा रहे है और कुछ लोग के स्टार्टअप्स संकट में लगातार संकट में फास्ट जा रहे है आज के खबर में आपको ऐसी एडटेक कंपनी के बारे में बताने जा रहे है जो की लगातार घाटे में जा रही है और उसके पास उसके कर्मचारियों के लिए पैसे तक नहीं बचे है , आपको इस कंपनी के बार में जान ने के लिए खबर में अंत तक बने रहना पड़ेगा जिसके लिए आप इस खबर को पूरी तरह से पढ़िए.
Byju Crisis : Byjus हो रहा कंगाल, नहीं रहे कर्मचारियों के देने तक के पैसे , पड़े क्या है खबर
20 हजार कर्मचारियों का रुकेगा वेतन
आपकी जानकरी लके लिए बता दे भारतीय ऑनलाइन एजुकेशन प्रदान करने वाली कपनी बायजू के कर्मचारियों के लिए एक बहुत ही दुख की खबर है है. जिसमे की यह खबर है की उन कर्मचारियों की पिछले कूची महीने उनकी वेतन फिलहाल नहीं मिल पाया है और आने वाले महीनो में भी वेतन आने की कोई ग्यारंटी नहीं है . पहले दावा किया गया था कि बायजू के कर्मचारियों को 10 मार्च तक वेतन मिल जाएगी. मगर, अब कंपनी मैनेजमेंट ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल वेतन देने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं.इस खबर से वह पर कार्यरत सभी कर्मचारियों को एक जोरदार झटका लग चूका है .
बायजू रविंद्रन ने कर्मचारियों को लिखा पत्र
इस घटना के कारण आपको बता दे की कंपनी के फाउंडर बायजू रविंद्रन ने एक भावुक पत्र लिखकर कर्मचारियों को यह दुखद जानकारी दी है. उन्होंने कर्मचारियों से माफी मांगते हुए लिखा कि हम वेतन देने के लिए पैसे की व्यवस्था न कर पाने के लिए माफी मांगते हैं. जिससे की साफ तोर पर स्पस्ट हो चूका है की कंपनी पूर्ण रूप से कंगाली की कगार पर पहुंच चुकी है .
Byju Crisis : Byjus हो रहा कंगाल, नहीं रहे कर्मचारियों के देने तक के पैसे , पड़े क्या है खबर
10 मार्च को सैलरी का किया था वादा
इसके पहले जानकारी के मुताबिक कंपनी के फाउंडर एवं सीईओ बायजू रविंद्रन ने कार्यरत कर्मचारियों से कहा था कि उनकी सैलरी हर हाल में 10 मार्च तक मिल जाएगी. परन्तु वर्तमान परिस्तिति को देखते हुए यह ज्ञात हुआ है की , उन्होंने उनके कुछ इन्वेस्टरों को दोषी था दिया है और उन्होंने कहा कि हम फंड इकठ्ठा करने के बाद भी उसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं. कंपनी की और से यह कहा जा रहा है की यह परिस्थिति उनके इन्वेस्टरों के कारण ही उपन्न हुई है .



