धर्म

Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर 108 साल बाद बन रहा बेहद दुर्लभ संयोग,करें ये उपाय

Mahashivratri 2024 रायपुर: इस साल 8 मार्च को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-आराधना का बड़ा महत्व है। साथ ही इस शुभ मौके पर शनि की साढ़ेसातीए ढैय्या और महादशा से राहत पाने के लिए भी विशेष उपाय किए जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधिवत शिव-गौरी के पूजन से भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं और सुख-समृद्धि का वरदान देते हैं। बताया जा रहा है कि महाशिवरात्रि पर 108 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है।

शनि शिव के भक्तों में से एक हैं, इसलिए यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में है तो शिव की पूजा करने से शनिप महादशा के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। शास्त्रों के अनुसार इस तिथि पर शिव को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय करने से शनि की साढ़े साती, ढैय्या और महादशा से छुटकारा मिल सकता है।

ये है शुभ मुहूर्त
महाशिवरात्रि पर इस बार विशेष पूजा.अर्चना के लिए शुभ मुहूर्त की जानकारी देते हुए पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी ने बताया कि पहले प्रहर का समय 8 मार्च को शाम 6 बजकर 25 मिनट से रात 9 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। वहीं दूसरा प्रहर रात 9 बजकर 28 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। तीसरा प्रहर रात 12 बजकर 31 मिनट से 3 बजकर 34 मिनट तक रहेगा और आखिरी प्रहर सुबह 3 बजकर 34 मिनट से सुबह 06 बजकर 37 मिनट तक रहेगा।

महाशिवरात्रि पर करें ये उपाय
शिवरात्रि के दान शिव पूजन के दौरान शिवलिंग पर शमी का पत्ता अर्पित करें। इसके साथ ही महामृत्यंजय मंत्र का 108 बार जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि दोषों से छुटकारा मिलता है।

शिव चालीस का करें पाठ
शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए महाशिवरात्रि के दिन शिव चालीस का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है।

ब्राह्मणों को खिलाएं खीर
इस पावन दिन पर बेलपत्र के पेड़ के नीचे ब्राह्मणों और गरीबों को खीर खिलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि के प्रकोप से राहत मिलती है।

शिवजी का करें जलाभिषेक
Mahashivratri 2024  इस शुभ मौके पर गंगाजल में काले तिल और शक्कर मिलाकर शिवजी का जलाभिषेक करें। मान्यता है कि इस उपाय से शिवजी के साथ शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।

 

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