ये हैं बैंगन की 5 नई उन्नत किस्में, एक हेक्टेयर में 50 टन तक होगा उत्पादन, किसानों को मिलेगा भरपूर मुनाफा
ये हैं बैंगन की 5 नई उन्नत किस्में, एक हेक्टेयर में 50 टन तक होगा उत्पादन, किसानों को मिलेगा भरपूर मुनाफा. भारत में बड़े पैमाने पर बैंगन की खेती (Brinjal Cultivation) होती है. वैसे तो बैंगन को आम लोगों की सब्जी कहते हैं. जो सिर्फ़ दो महीने में तैयार हो जाती है. यानी किसान दो महीने में ही कमाई करना शुरू कर देते हैं. ऐसे में किसान इसकी अच्छी किस्मों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. बैंगन की फसल से बेहतर उत्पादन लेने के लिये जरूरी है कि बैंगन की उन्नत और विकसित किस्मों को चयन किया जाये, जिन पर जलवायु और कृषि से जुड़े दूसरे जोखिमों का कोई बुरा असर ना पड़े. हमारे वैज्ञानिकों ने बैंगन की कई ऐसी किस्में विकसित की हैं, जो रोगरोधी होने के साथ-साथ कम समय में अच्छी कमाई का साधन बनती हैं. इन किस्मों की खेती से किसान अच्छा उत्पादन और मुनाफा ले सकते हैं. आइये यहाँ बताते है बैंगन की उन्नत किस्मो के बारे में जिससे किसान बम्पर उत्पादन कर सकते है.
पूसा पर्पल लॉन्ग किस्म (Pusa Purple Long variety)
पूसा पर्पल लॉन्ग किस्म (Pusa Purple Long variety) जैसा कि नाम से ही साफ है बैंगन की इस किस्म के फलों का आकार लंबा होता है, जिसके फल चमकदार और बैंगनी रंग के होते हैं. इसकी खेती ज्यादातर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब से सटे इलाकों में की जाती है. एक हेक्टेयर जमीन पर पूसा पर्पल लॉन्ग की खेती करने पर 25 से 27 टन का उत्पादन ले सकते हैं.
ये हैं बैंगन की 5 नई उन्नत किस्में, एक हेक्टेयर में 50 टन तक होगा उत्पादन, किसानों को मिलेगा भरपूर मुनाफा
पूसा हाईब्रिड 6 (Pusa Hybrid 6)
पूसा हाईब्रिड 6 (Pusa Hybrid 6) बैंगन की संकर किस्म के पौधे मध्यम सीधे खडे रहने वाले होते हैं. फल गोल, चमकदार, आकर्षक बैंगनी रंग के होते है, प्रत्येक फल का वजन लगभग 200 ग्राम होता है. बुआई से पहली गुड़ाई में 85 से 90 दिन लगते है. पैदावार 40 से 60 टन प्रति हेक्टेअर है. ये हैं बैंगन की 5 नई उन्नत किस्में, एक हेक्टेयर में 50 टन तक होगा उत्पादन, किसानों को मिलेगा भरपूर मुनाफा.
पूसा पर्पल राउंड किस्म (Pusa Purple Round variety)
पूसा पर्पल राउंड किस्म (Pusa Purple Round variety) बाजार में मिलने वाले गोल और बैंगनी रंग के बैंगन ज्यादातर पूसा पर्परल राउंड किस्म ही होती है. इस किस्म के पौधे तो लंबे होते ही है, साथ ही इसका तना भी मजबूत हरे-बैंगनी रंग का होता है. इस किस्म के फलों का वजन करीब 130 से 140 ग्राम तक होता है.
ये हैं बैंगन की 5 नई उन्नत किस्में, एक हेक्टेयर में 50 टन तक होगा उत्पादन, किसानों को मिलेगा भरपूर मुनाफा
पूसा हाईब्रिड 9 (Pusa Hybrid 9)
पूसा हाईब्रिड 9 (Pusa Hybrid 9) बैंगन की संकर किस्म के पौधे सीधे खडे रहने वाले होते हैं. फल अण्डाकार गोल, चमकदार बैंगनी रंग के होते हैं. प्रत्येक फल का वजन लगभग 300 ग्राम होता है. बुआई के पहली तुडाई में 85 से 90 दिन लगते है. इसकी औसत पैदावार 50 टन प्रति हेक्टेअर है. पूसा हाईब्रिड 9 (Pusa Hybrid 9) बैंगन गुजरात और महाराष्ट्र क्षेत्र के लिए उपयुक्त है.
पूसा पर्पल क्लस्टर किस्म (Pusa Purple Cluster variety)
पूसा पर्पल क्लस्टर किस्म (Pusa Purple Cluster variety) के बैंगनों का आकार आयताकार होता है, जो गुच्छों में पैदा होते हैं. इन फलों का आकार मध्यम ही होता है, लेकिन इनकी लंबाई 10 से 12 सेमी तक होती है. पूसा पर्पल क्लस्टर किस्म को जीवाणु विल्ट रोधी किस्म भी कहते हैं, जो उत्पादन के मामले में कई किस्मों को मात दे रही है. ये हैं बैंगन की 5 नई उन्नत किस्में, एक हेक्टेयर में 50 टन तक होगा उत्पादन, किसानों को मिलेगा भरपूर मुनाफा.