डेंगू की चपेट में रायगढ़ जिला…1166 केस के साथ बना हॉटस्पॉट

dangu raigarh news रायगढ़ जिले में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई से अब तक 1 हजार 225 लोग डेंगू की चपेट में आए हैं। 1200 लोग स्वस्थ भी हुए हैं, लेकिन 100 से ज्यादा लोग गंभीर होकर अस्पताल में भर्ती हुए। 5 लोगों की मौत भी हुई है।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के मुताबिक सिर्फ 2 मौत ही डेंगू की वजह से हुई है। बारिश बंद होने के बाद भी डेंगू के मरीज हर रोज मिल रहे हैं। लार्वा कंट्रोल नहीं किए जाने के कारण लोगों को राहत नहीं है। शहर के गौशाला पारा, पुलिस लाइन, बैकुंठपुर, रामलीला मैदान, केवड़ाबाड़ी, लालटंकी, केवटा पारा, बापूनगर इलाकों में ज्यादा मरीज हैं।

अगस्त माह में ही डेंगू मरीजों के मिलने की शुरुआत हुई थी। 7 अगस्त को जिले में सबसे पहले डेंगू के 8 मरीज मिले थे। इसके बाद लगातार इसकी संख्या बढ़ती गई। अगस्त से लेकर अक्टूबर तक ढाई माह में ही जिले में डेंगू के 1,166 मरीज मिले हैं, जो चौंकाने वाले आंकड़े हैं। बीते 10 साल की बात करें, तो इतने मरीज नहीं मिले थे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खुद इस बात को मान रहे हैं।
डेंगू के 25 से 30 मरीज मिल रहे रोजाना
रोजाना शहर में डेंगू के 25 से 30 मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में यह आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है। कई ऐसे भी साल हैं, जिसमें सालभर में डेंगू के एक या दो मरीज ही मिले थे, लेकिन इस साल डेंगू की चपेट में कई वार्ड हैं। बारिश के पानी के जमाव से भी डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं।
शाम होते ही मच्छरों का आतंक
नगर निगम ने वार्डों में दवा का छिड़काव और फॉगिंग भी कराई। जनप्रतिनिधियों के साथ संगठन के लोगों ने जागरूकता अभियान और दूसरी गतिविधियां भी चलाईं, लेकिन पुरानी और घनी बस्तियों में जलजमाव के कारण पैदा हुए लार्वा पर कंट्रोल नहीं हो सका। अब बारिश बंद हो चुकी है, लेकिन डेंगू मच्छरों का प्रकोप कम नहीं हुआ है।

फॉगिंग भी फेल
जिला प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय स्तर पर डेंगू से निपटने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसके साथ ही फॉगिंग भी लगातार करवाई गई, लेकिन इसका नतीजा शहर में नजर नहीं आ रहा है।
साफ पानी में पनपता है डेंगू का मच्छर
डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर साफ पानी में पैदा होता है और यह दिन के समय काटता है। डेंगू की बीमारी संक्रमित एडीज मच्छर द्वारा काटे जाने पर फैलती है। उचित इलाज न होने पर इससे जान भी जा सकती है। इस बीमारी से पीड़ित रोगी को अचानक तेज बुखार, कमर, जोड़ों और सिर में असहनीय दर्द होता है। इस रोग में जी मचलाता है, उल्टी होती है और शरीर में छोटे-छोटे दाने भी निकल आते हैं।
dangu raigarh news छत और घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री में पानी न जमा होने दें। सप्ताह में एक बार अपने कूलर, बाल्टी, टब, टंकी का पानी खाली कर इन्हें सुखा लेना चाहिए। पानी के बर्तनों, टंकी आदि को ढंककर रखना चाहिए। घर के आसपास के गड्ढों को मिट्टी से भर देना चाहिए, साथ ही पानी भरे रहने वाले स्थानों पर मिट्टी का तेल या इंजन से निकला जला हुआ तेल डाल देना चाहिए। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए। डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल अस्पताल में जाकर डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।