देश

कहीं सड़कों पर गिरे पत्थर, कहीं तिनके की तरह बह गए गाड़ी-जानवर, भारी बारिश से तबाही

Rain Alert News: जूनागढ़. गुजरात में भारी बारिश से कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति है. वहीं, जूनागढ़ में बादल फटने की घटना सामने आई है. बादल फटने के बाद चारों तरफ पानी ही पानी नजर आया. पलक झपकते ही शहर के कई इलाके बाढ़ जैसी त्रासदी का शिकार हो गए. पानी का बहाव इतना तेज था कि सड़क पर चल रहे वाहन पानी के फोर्स के साथ तिनके की तरह बहते नजर आए. जानवर भी पानी के तेज वेग के साथ बह गए. गुजरात के साथ महाराष्ट्र के भी कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं. मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया था.

गुजरात के जूनागढ़ में बादल फटने की घटना शनिवार दोपहर की है. बादल फटने से शहर में बाढ़ आ गई. 4 घंटे में ही 8 इंच बारिश ने पूरे शहर को पानी में डुबा दिया. शहर से सटे पर्वतीय क्षेत्र गिरनार पर 14 इंच बारिश हुई. पहाड़ का पानी बाढ़ की शक्ल में प्रेशर के साथ जूनागढ़ शहर में पहुंचा तो सड़कों पर खड़ी गाड़ियां बह गईं. लोग जान बचाकर घरों में चले गए. सड़क पर घूम रहे जानवर भी बाढ़ के पानी में बह गए.

बादल फटने के बाद जूनागढ़ एसपी ने लोगों से अपील की है कि घर से बहार ना निकलें. भारी बारिश के चलते पूरा शहर पानी-पानी है. कुछ घंटों की बारिश ने यहां बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. 1983 के बाद पहली बार इतनी बारिश यहां दर्ज की गई है. शहर में बनी बेसमेंट पार्किंग में भी पानी भर गया है. पानी का बहाव इतना तेज है कि इसमें वाहन और जानवर बह गए.

Read more: Raigarh News: धरमजयगढ़ तहसील कार्यालय में खुला मतदाता मार्गदर्शन केंद्र

जूनागढ़ का भवनाथ क्षेत्र बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ. कदवा चौक के पास मुबारक पाड़ा में भी कई मकान पूरी तरह पानी में डूब गए. तेज बहाव के चलते जूनागढ़ शहर के बीच से गुजरने वाले काले कुंड का पुल बंद कर दिया गया है. जूनागढ़ के दुर्वेशनगर, गणेश नगर, जोशीपारा समेत कई इलाकों में सड़कों पर 3 से 4 फीट पानी भरा हुआ है. इलाकों में कई दुपहिया वाहन भी बह गए गए हैं. NDRF की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में लगी हुई है.

 

गुजरात के कई इलाकों में भी बारिश से तबाही
भावनगर शहर और सौराष्ट्र का सबसे बड़ा शेत्रुंजी डैम भारी बारिया के चलते लबालब भर गया. इसके चलते डैम के 20 गेट एक फीट तक खोल दिए गए हैं. इसके चलते निचले इलाके के 17 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इधर, सूरत के करीब नवसारी जिले में चार घंटे में 6 इंच बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं. सड़कें पानी में डूब गई हैं. द्वारका में भी बारिश ने कहर बरपाया है. मौसम विभाग ने भावनगर, नवसारी और वलसाड में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.

महाराष्ट्र में भारी बारिश से भारी नुकसान
महाराष्ट्र के रायगढ़ में जमीन खिसकने से हादसे की भयावह तस्वीर सामने आई. जमीन खिसकने से मलबे में घर के घर दब गए और कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई. मुंबई में भी बारिश ने यहां के लोगों की जिंदगी दुश्वार कर दी है. बारिश के बाद बांद्रा, कुरला से लेकर अंधेरी तक पानी भर गया.

आपको बता दें कि निचले इलाकों को प्रशासन ने अलर्ट किया है. दोपहर 3 बजे यमुना का जलस्तर गिरकर 205.17 मीटर हुआ था. अब देर शाम के बाद यमुना का जलस्तर बढ़ने की आशंका है. कल शाम तक यमुना का जलस्तर 206.70 मीटर पहुंचने का अनुमान लगाया गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि हथनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में छोड़ गए पानी के कारण यमुना उफान पर रहेगी.

बारिश के बाढ़ में आधा हिंदुस्तान

Rain Alert News आधा हिंदुस्तान इन दिनों भारी बारिश की मार झेल रहा है, बारिश के बाद आई बाढ़ से कई इलाकों में आफत मची हुई है, बात अगर पहाड़ों की करें तो बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, पहाड़ों से बडे़-बड़े पत्थर सड़कों पर गिर रहे हैं, कई जगह सड़के टूट गई है, घरों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है, तीन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि बारिश से किस कदर आफतकाल मचा हुआ है. उत्तरकाशी में पहाड़ों से पत्थर गिर रहे है, हिमाचल के सिरमौर में लैडस्लाइड से सड़के टूट गई है, तो वहीं यूपी के बिजनौर में एक बस सैलाब में फंस गई.

Related Articles

Back to top button