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108 अंक क्यों है खास, क्या है महत्व; ‘मन की बात’ में PM मोदी ने किया जिक्र

108 ka Rahasya: विभिन्‍न धर्मों में कुछ खास अंकों को शुभ या अशुभ माना गया है. इसके पीछे कारण भी दिए गए हैं. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 108 वीं बार देश की जनता से अपने मन की बात की. हर महीने के आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री मोदी मन की बात कार्यक्रम करते हैं और इस पर विभिन्‍न मुद्दों पर चर्चा करते हैं. साल 2023 के आखिरी दिन मन की बात कार्यक्रम का 108वां ऐपिसोड प्रसारित किया गया. इस मौके पर पीएम मोदी ने 108 अंक पर भी चर्चा की और बताया कि 108 अंक का बड़ा महत्‍व है. मंत्र जपने वाली माला में भी 108 मोती ही होते हैं. आइए जानते हैं कि हिंदू धर्म में 108 अंक का क्‍या महत्‍व है.

108 अंक का महत्‍व
108 बेहद शुभ – हिंदू धर्म में 108 अंक को बेहद शुभ और पवित्र माना गया है. यही वजह है कि जब ईश्वर के नाम का या मंत्र का जप करना हो तो इसकी संख्‍या 108 बार ही रखी जाती है. यही वजह है कि हिंदुओं की मंत्र जाप करने वाली माला में 108 मनके होते हैं. रुद्राक्ष की माला में भी 108 मनके ही होते हैं.

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बौद्ध मंदिर में 108 सीढ़ियां- हिंदू धर्म के साथ साथ बौद्ध धर्म में भी 108 संख्या को विशेष शुभ माना जाता है. बौद्ध धर्म के अनुसार हर इंसान के मन में 108 प्रकार की भावनाएं होती हैं. यहां तक कि कई बौद्ध मंदिरों में चढ़ने के लिए बनाई गई सीढ़ियों की संख्या भी 108 होती है.

भगवान कृष्‍ण की 108 गोपियां- पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्‍ण की गोपियों की संख्‍या हजारों में थी. इनमें से भगवान श्रीकृष्ण को 108 गोपियां ही अत्यंत प्रिय थीं. ये 108 गोपियां भगवान श्रीकृष्ण की परम सखी मानी जाती हैं.

भगवान शिव के तांडव में 108 मुद्राएं- भगवान शिव का भी 108 अंक से महत्‍वपूर्ण कनेक्‍शन है. जब भगवान शंकर क्रोधित होकर तांडव नृत्य करते हैं तो उसमें 108 मुद्राएं होती हैं.

108 ka Rahasya :ज्योतिष शास्त्र में 108 अंक का महत्‍व- ज्योतिष शास्त्र में भी 108 अंक का बड़ा महत्‍व है. ज्‍योतिष में 12 राशियां होती हैं और 9 ग्रह इनमें विचरण करते रहते हैं. 12 और 9 अंक का एक-दूसरे से गुना करने पर 108 आता है.

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