1 फरवरी से बदल रहा एसबीआई का बड़ा नियम

नई दिल्ली: SBI Changes Rule: देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने घोषणा की है कि अब उसके हर ब्रांच में मनी ट्रांसफर के लिए इमीजिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) की लिमिट को बढ़ा दिया है. बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, 1 फरवरी 2022 से IMPS ट्रांजैक्शन के लिए एक नई स्लैब को जोड़ा गया है.
यह नया स्लैब 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक का है. 2 लाख रुपये और 5 लाख रुपये के बीच की राशि के लिए IMPS के जरिए पैसे भेजने के लिए चार्ज 20 रुपये प्लस जीएसटी होगा. IMPS बैंकों की तरफ से दी जाने वाली ऐसी पेमेंट सर्विस है, जिससे रियल टाइम में इंटर बैंक फंड ट्रांसफर की जाती है, जो 24 X 7 उपलब्ध होता है, जिसमें रविवार और तमाम छुट्टियां शामिल हैं.
जानिए क्या होता है IMPS?
आईएमपीएस (IMPS) यानी इमीडियेट मोबाइल पेमेंट सर्विस है जिसके जरिए किसी भी खाता धारक को कहीं भी कभी भी पैसे भेजे जा सकते हैं. इसमें पैसे भेजने के लिए समय को लेकर कोई पाबंदी नहीं है. इस खास सर्विस के तहत आप सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे में कभी भी आईएमपीएस के जरिए कुछ सेकेंड में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं.
दरअसल, भारत में ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए कहीं भी, कभी भी पैसे भेजे जा सकते हैं, लेकिन पैसे भेजने के तरीके अलग-अलग हैं. ऑनलाइन बैंकिंग से पैसे ट्रांसफर करने के भी तीन तरीके होते हैं- आईएमपीएस (IMPS), एनईएफटी (NEFT), आरटीजीएस (RTGS) का नाम शामिल है.
गौरतलब है कि इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से संभाला जाता है. इसमें फंड ट्रांसफर करने से पैसा तुरंत ट्रांसफर हो जाता है. IMPS सालभर 24×7 उपलब्ध रहता है. लेकिन, NEFT और RTGS में सुविधा उपलब्ध नहीं हैं.
आरबीआई ने किया था ये ऐलान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अक्टूबर में आईएमपीएस सर्विस को लेकर बड़ी घोषणा की थी. इसके तहत, अब ग्राहक एक दिन में 5 लाख रुपये तक का ट्रांजेक्शन कर पाएंगे. आपको बता दें कि इससे पहले ये लिमिट 2 लाख रुपये थी.