*✍️RGHNEWS ब्रेकिंग:- छत्तीसगढ़ कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट,दक्षिणी सीमा से सटे 4 राज्यों में बीजापुर-सुकमा में केस बढ़े तो, पढ़ें पूरी खबर…!!!*

RGHNEWS छत्तीसगढ़ की सीमा, खासकर दक्षिणी सीमा से सटे महाराष्ट्र, ओडिशा और आंध्रप्रदेश के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी कोरोना मरीजों के सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिलने के बाद सरकार सतर्क हो गई है। वजह यह भी है कि पिछले कुछ दिन से दो सीमावर्ती जिलों बीजापुर और सुकमा में कोरोना मरीज रोज बढ़ रहे हैं। इस वजह से यहां जांच दोगुनी कर दी गई है और कोरोना केस को शासन ने निगरानी में ले लिया है।
यह तय हुआ है कि जीनोम सीक्वेसिंग के लिए प्रदेश से लगभग हर हफ्ते भेजे जा रहे 150 सैंपलों में इस बार अधिकांश बीजापुर और सुकमा के हों, ताकि डेल्टा प्लस वैरिएंट की मौजूदगी का पता चले। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि पिछले हफ्ते भेजे गए 200 सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट नहीं मिला है, लेकिन सीमावर्ती राज्यों में इसकी मौजूदगी और यहां के दो-तीन जिलों में केस लगातार बढ़ने की वजह से सतर्कता बढ़ा दी गई है।
दोनों ही जिलों में पिछले एक हफ्ते के दौरान कोरोना टेस्ट रोजाना छह-छह सौ से बढ़ाकर 1300 तक कर दिए गए हैं। बीजापुर सीएमओ डॉ. आरके सिंह के मुताबिक उनके जिले में रोजाना औसतन 1300 तक टेस्ट हो रहे हैं और बार्डर पर जांच भी शुरू कर दी गई है। बीच टेस्ट हो रहे हैं। बार्डर पर भी आने-जाने वाले लोगों की जांच की जा रही है। संचालक महामारी नियंत्रण डा. सुभाष मिश्रा के अनुसार जिन जिलों जिनकी सीमाएं दूसरे राज्यों से सटी हैं, वहां कोरोना जांच के साथ एक्टिव सर्विलांस को बढ़ाने के लिए कहा गया है। आपात स्थिति के लिए अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाओं की व्यवस्था करवा रहे हैं।
यहां केस अचानक बढ़े
जिला | पड़ोसी राज्य | केस |
बीजापुर | महाराष्ट्र | 1555+ |
सुकमा | आंध्र प्रदेश | 1334+ |
बस्तर | ओडिशा | 1337+ |
महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्यप्रदेश और आंध्र में मिल चुका डेल्टा प्लस वैरिएंट |
एक्सपर्ट राय- पड़ोसी राज्यों के साथ यहां भी केस बढ़ने का ट्रेंड, इसलिए अब सतर्कता जरूरी
राकेश गुप्ता, अध्यक्ष-हॉस्पिटल बोर्ड आईएमए
डेल्टा प्लस वैरिएंट मजबूत है या कमजोर, आने वाले दिनों में मरीजों के आधार पर ही स्टडी हो सकेगी। फिलहाल यह तय है कि वैरिएंट अधिक लोगों को संक्रमित कर रहा है। इसलिए भी ज्यादा डर है क्योंकि अधिक लोगों के संक्रमित होने का खतरा स्वभाविक रूप से है। अन्य जिलों से भी जीनोम टेस्टिंग के लिए सैंपल भेजे जा रहे हैं।