*✍️पंचायत चुनाव में बड़ी लापरवाही उजागर हुई ,अनुसूचित जाति महिला के स्थान पर अनुसूचित जाति पुरुष जीत गए ✍️*
RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़।अनुसूचित जाति महिला के स्थान पर अनुसूचित जाति पुरुष जीत गए और इस निर्वाचन प्रणाली में जिला प्रशासन के निर्वाचन अधिकारी अब तक कुंभकरणीय नींद में सोए हैं। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज रायगढ़ जिला के ग्राम कुसमुरा में देखने को मिला जहां वार्ड क्रमांक एक में अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित था जिसमें अनुसूचित जाति पुरुष साधराम चौहान ने निर्विरोध जीत दर्ज की, और स्थानीय निर्वाचन शाखा ने उन्हें सर्टिफिकेट भी प्रदान किया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 5 जनवरी 2020 तक नाम निर्देशन जमा करने की अंतिम तिथि थी इसके पूर्व ही ग्राम पंचायतों के पदों का आरक्षण भी तय कर दी गई थी जिसमें महिला के लिए 50% आरक्षण जाति आधार पर निर्धारित किया गया था रायगढ़ जनपद पंचायत के क्षेत्र ग्राम पंचायत कुसमुरा के 17 वार्डों के लिए भी आरक्षण तय किया गया था जिसमें वार्ड क्रमांक 1 के पंच पद के लिए अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित था लेकिन इस जाति के कोई भी महिला प्रत्याशी के निर्वाचन नाम निर्देशन नहीं भरा इस वार्ड से साधराम चौहान ने निर्विरोध अपनी जीत हासिल की, इससे यही प्रतीत होता है कि अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर इस पंचायत चुनाव को कराया गया है ।जब हमने जिला के निर्वाचन अधिकारी आर एक
कुरुवंशी से बात की तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया और कहा कि उस क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर इसके जवाबदार हैं अब चुनाव हो गया है अब हम इस पर क्या कर सकते हैं।
इस पंचायत चुनाव में एक पंच की महती भूमिका रहती है जिससे सरपंच और उपसरपंच बनाने में इनकी भागीदारी किसी एक को जिताने या हराने के लिए एक कड़ी का काम करती है यदि इन सब बातों पर गौर किया जाए तो ग्राम कुसमरा के पंचायत चुनाव को निरस्त कर फिर से चुनाव कराया जाना चाहिए क्योंकि वार्ड क्रमांक 1 की लगभग जनसंख्या डेढ़ सौ के आसपास बताई गई जिससे एक सरपंच को जिताने या हराने में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा सकती है अब देखना यह है कि जिला प्रशासन ऐसे कर्मचारी और अधिकारी पर क्या कार्यवाही करती है ।