*✍️कोयले का अवैध उत्खनन एक बार फिर चर्चा मे,फॉरेस्ट और राजस्व भूमि पर कोल माफियाओं का कब्जा✍️*

RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़ जिले में एक बार फिर से कोयले का अवैध उत्खनन एवं परिवहन होने की चर्चा शुरू हो गई है। वर्तमान में कोयले का अवैध उत्खनन तिलाईपाली क्षेत्र में होने की जानकारी मिल रही है । बताया जा रहा है कि कुछ कोल माफियाओं की ओर से अपने रायपुर के कांटेक्ट बताकर क्षेत्र में अवैध खनन का काम शुरू कर दिया गया है। घरघोड़ा और तमनार क्षेत्र में भी अवैध उत्खनन की बातें सामने आ रही हैं। जहां पहले से ही अपना कब्जा जमाए हुए कोल तस्कर एक बार फिर से उत्खनन की तैयारी में जुट गए हैं।
लॉक डाउन ने कोल माफियाओं का धंधा चौपट कर दिया था। यद्यपि जिन कोल माफियाओं की राजनीतिक पकड़ तेज थी उन्होंने इस दौरान भी अवैध कोल उत्खनन का कार्य गुपचुप तरीके से किया है। लेकिन अन्य कोल तस्करों के भीतर लॉक डाउन के कारण कोल तस्करी न कर पाने की छटपटाहट थी। अब कुछ ही दिनों में बरसात भी शुरू होने वाली है। ऐसे में अवैध उत्खनन का काम ठप हो जाएगा। कोल उत्खनन के लिए बनाए गए पॉइंट में पानी भर जाने के कारण और कच्चे रास्ते में गाडिय़ों के फंसने के कारण बरसात के दिनों में अधिकांश तौर पर अवैध उत्खनन का काम बंद हो जाता है। केवल उन्हीं पॉइंट पर अवैध उत्खनन हो पाता है जहां पर सीधे सडक़ की सुविधा हो। ऐसे में अब कोल माफिया पूरी तरह से सक्रिय हो रहे हैं ताकि बरसात के पहले -पहले वह इतना कोयला उत्खनन कर ले कि 4 महीने तक उन्हें कोई दूसरा धंधा करने की जरूरत ना पड़े।
मिली जानकारी के अनुसार घरघोड़ा और तमनार थाना क्षेत्र से लगा हुआ यह अवैध उत्खनन स्थल है। जहां फॉरेस्ट की भूमि पर इन दिनों अवैध उत्खनन होने की जानकारी मिल रही है। घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ कॉल तस्करों की टीम इस कार्य में लगी हुई है। बताया जा रहा है कि किसी राठौर के नाम से उच्चाधिकारियों को सेट कर लेने का दावा किया जा रहा है और इस स्थल पर डंके की चोट पर अवैध उत्खनन का कार्य शुरू कर दिया गया है। पुलिस और फॉरेस्ट विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के होने के बावजूद यह अवैध उत्खनन पिछले कई दिनों से जारी है।