✍रुपए के लेनदेन के विवाद में चचेरे भाई की हत्या, आरोपी गिरफ्तार✍

बिलासपुर : हत्याकांड के महज कुछ ही घंटों में पुलिस ने मामले का ना सिर्फ पर्दाफाश किया बल्कि आरोपियों को भी धर दबोचा। शातिर आरोपियों ने हत्या को दुर्घटना दिखाने का भरसक प्रयास किया था लेकिन उनकी चाल चल नहीं पाई। पुलिस को ग्राम धमनी के पास सड़क किनारे एक युवक की लाश मिली थी। पास ही एक एक्टिवा वाहन भी पड़ी थी। पहली नजर में यह लग रहा था कि दुर्घटना में युवक की मौत हुई होगी, लेकिन इसी बीच सिरगिट्टी थाने में पहुंचकर आकाश बंजारे ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे और उसके दोस्त युवराज खरे नामक 15 वर्षीय युवक को मुकेश लाउत्रे और अन्य 5 – 6 लोगो ने मिलकर पहले अगवा कर किया था और फिर उसके साथ मारपीट की। इस मारपीट में जब युवराज की मौत हो गई तो फिर उसे सड़क किनारे फेंक कर चले गए । सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और आरोपियों की धरपकड़ शुरू की गई। सिरगिट्टी पुलिस ने इस मामले में सिरगिट्टी दुर्गा बाड़ा गोविंद नगर और आसपास में रहने वाले अभिजीत लाल अभिषेक लाल हरीश चौहान मुकेश लाउतरे को धर दबोचा ।पता चला कि मृतक के ही चचेरे भाई के साथ पैसे के लेनदेन को लेकर पुरानी रंजिश के मामले में पहले तो मृतक को रात भर बंधक बनाकर रखा गया और फिर उस से की गई मारपीट से उसकी मौत हो गई ।जिसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए युवकों ने मृतक को वाहन समेत धमनी गांव के किनारे रोड में फेंक दिया। लेकिन फिर भी उनकी चाल नाकाम हो गई इस हत्याकांड में शामिल चार । 4 बालिग और दो नाबालिग आरोपी को पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया है। जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों में से एक युवक युवराज के साथ विवाद था, जिस कारण उसने युवराज और उसके साथी आकाश को एक रात पहले बंधक बनाकर रखा था और पैसे की वसूली के लिए उनके साथ खूब मारपीट की गई थी। जिसमें युवराज की मौत हो गई थी। जिसके बाद युवराज के एक्टिवा सहित उसे धमनी के पास सड़क किनारे फेंक दिया गया था। सभी आरोपियों ने युवराज और उसके साथी आकाश के हाथ पैर बांधकर उनकी पिटाई डंडे हॉकी स्टिक और ईंट से की थी, जिसमें युवराज खरे की मौत हो गई। आरोपियों के पास से पुलिस ने नगद ?530 समेत हत्या में इस्तेमाल वाहन रॉयल एनफील्ड हथियार मोबाइल जप्त किए हैं यह सभी आरोपी 22 से 24 साल और उससे भी कम उम्र के हैं जो मामूली विवाद में हत्यारे बन गए।


