शिवलिंग में अर्पित करें ये चीजें, हर मनोकामना होगी पूरी…

Shiva Abhishekam कौन नहीं चाहता है कि उसे परमानंद की प्राप्ति हो. बार-बार इस पृथ्वी लोक पर जन्म और मृत्यु के बंधन से छुटकारा मिल जाए. इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शिवलिंग का विशेष रूप से पूजन करना चाहिए. बिंदु रूपा देवी उमा माता हैं और नाद स्वरूप भगवान शिव पिता हैं. इन माता-पिता के पूजित होने से परमानंद की प्राप्ति होती है. देवी उमा जगत की माता हैं और भगवान शिव इस जगत के पिता हैं, इसलिए इनकी सेवा करने वालों को पुत्र रूप में कृपा प्राप्त होती है. नित्य सेवा करने पुत्र पर माता-पिता अपना आशीर्वाद निरंतर बढ़ाते रहते हैं.
शिवपुराण के विद्येश्वर संहिता में सावन मास में नित्य शिव पार्वती की पूजा करने वाले पर प्रभु अपना आंतरिक ऐश्वर्य प्रदान करते हैं.
शिवपुराण में शिवलिंग के पूजन की विधि बताते हुए लिखा है कि गाय का दूध, गाय का दही और गाय के घी को पूजन के लिए शहद और शक्कर के साथ अलग-अलग रखना चाहिए. वैसे इन सबको मिलाकर पंचामृत भी बनाया जा सकता है. इससे शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद जल से स्नान कराएं. बाद में गाय के दूध से बनी मिठाई एवं नैवेद्य भगवान शिव को श्रद्धा पूर्वक अर्पित करें. अभिषेक करने से आत्मशुद्धि होती है.
Read more RBI ने इन दो बैंकों के लाइसेंस किये रद्द, कई लोगों के डूबे पैसे…
Shiva Abhishekamगंध अर्पित करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. नैवेद्य लगाने से आयु बढ़ती है और तृप्ति होती है. धूप का निवेदन करने से धन की प्राप्ति होती है. भगवान को दीप दिखाने से व्यक्ति में ज्ञान का उदय होता है और तांबूल अर्थात पान का अर्पण करने से भोग की उपलब्धि होती है. भोग और मोक्ष की इच्छा रखने वाले भक्तों को पूजा के अंत में जप एवं नमस्कार करना चाहिए.



