मंत्री जी ने आधी रात को महानदी के बाढ़ में नांव चढ़कर पहुचें अपनों के बीच.. उमेश को देख लोग हुए भावुक, फिर क्या हुआ पढ़ें पूरी खबर

RGHNEWS प्रशांत तिवारी इन दिनों प्रदेश की सबसे बड़ी नदी महानदी अपनी विकराल रूप धारण किए हुए है। बीते दिवस महानदी की उफान कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी जिसके कारण रायगढ़ जिले में महानदी के सहायक नदी एवं नालों में उफान काफी तेज थी। नदी नालों में बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर इन नदी नालों से प्रभावित ग्रामीण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया कई गांवों में पानी भर गया और कई गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए। कई किलोमीटर तक महानदी के आसपास स्थित लगभग सभी गांव में बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो चुकी है जिसमे मुख्य रूप से सरिया एवं पुसौर अंचल प्रभावित रहा। चूंकि विधानसभा की मानसून सत्र चलने की वजह से जिले के मंत्री एवं सभी जनप्रतिनिधि राजधानी में निवासरत थे। मंत्री उमेश पटेल को जैसे ही महानदी में उफान के कारण बाढ़ की स्थिति निर्मित होने की सूचना मिली उन्होंने तुरंत जिला प्रशासन को प्रभावित इलाकों में पहुंच ग्रामीणों की हर सम्भव सहायता करने का निर्देश दिया।
विधानसभा सत्र समाप्ति उपरांत रात को लगभग 10.30 बजे मंत्री उमेश पटेल सड़क मार्ग से ही गृह जिला पहुंचे हालांकि सड़क में जलभराव की स्थिति थी जिसके चलते उन्होंने नाव के सहारे महानदी को पार किया। बाढ़ से सभी रास्ते बंद होने के कारण मंत्री उमेश सरिया से पड़ीगांव नाव का सहारा लेकर बाढ़ग्रस्त क्षेत्र पहुँचे तथा प्रत्येक शिविर का निरीक्षण किये। मौसम के प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मंत्री महोदय प्रभावित लोगो के बीच पंहुचे। मंत्री उमेश पटेल बाढ़ प्रभावित क्षेत्र शिविर स्थल पड़ी गांव ,छिछोर उमरिया , बोन्दा ,बुनगा में जाकर शिविरों में आश्रित शरणार्थियों का हाल चाल जाना। उनके बीच मे बैठ कर बाढ़ के हालातों पर तथा उसके बाद के हालत पर चर्चा किये।
जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत केंद्र पड़ीगांव, छिछोर उमरिया, बोन्दा, और बुनगा का मंत्री उमेश पटेल ने निरीक्षण किया और राहत केंद्र में उपस्थित प्रभावित ग्रामीणों से उनका कुशल क्षेम जाना और प्राकृतिक आपदा से निपटने हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया। वही सरिया से निकलने के बाद पुसौर जाकर वहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकत कर उन्हें भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सक्रिय रहने लोगो की हर सम्भव मदद करने निर्देश दिए।
फलस्वरूप जिले के सभी आला अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच प्रभावितों को रेस्क्यू कर नाव एवं मोटर बोट के जरिये बाढ़ राहत केंद्रों तक पहुंचाने में मदद किये। ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का मोर्चा खुद जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक ने सम्भाला। मंत्री उमेश पटेल ने देर रात तक गोठनो में जाकर मवेशियों के चारा के व्यवस्था की भी जानकारी लिए।। शिविर स्थल में मंत्री महोदय को शरणार्थी और स्थानीय ग्रामीण अपने बीच पाकर तथा संवेदनशीलता और अपनत्व के देख कर गदगद हो गए।



