प्रदेश में 11 लोगों की मौत, 3919 नए केस, देखे पूरी लिस्ट

छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3919 नए केस मिले हैं। राजधानी रायपुर में 854 नए पॉजिटिव मिले हैं, और प्रदेश में 11 लोगों की मौत हुई है। बस्तर के कोंटा में 8 स्कूली बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही कोरोना जांच में लगे टीचर भी पॉजिटिव मिले हैं। जगदलपुर निर्वाचन शाखा में 6 कर्मचारियों की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मार्च से जून 2021 तक कहर मचा चुका वायरस का डेल्टा वैरिएंट अब भी सक्रिय है। भुवनेश्वर के जीनोम सीक्वेंसिंग लैब के नतीजे इसकी पुष्टि कर रहे हैं। वहां भेजे गए जितने नमूनों की रिपोर्ट आई है, उसमें सबसे अधिक यही वैरिएंट मौजूद रहा है। इधर बिलासपुर में नाइट कर्फ्यू खत्म कर दिया गया है।अब रात 12 बजे तक होटल,रेस्टोरेंट,ढाबे और बेकरी खुल सकेंगे।
एपिडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा के मुताबिक अब तक भुवनेश्वर लैब को 4 हजार 206 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इसमें से एक हजार 977 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यानी इसमें कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट मिले है। सबसे अधिक एक हजार 343 नमूनों में डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया है। उसके बाद बी-1 वैरिएंट की संख्या 125 है। ओमिक्रान के 43, काप्पा वैरिएंट के 38 और यूके वैरिएंट के 26 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
डॉ. मिश्रा ने बताया, सैंपल में कुछ और कोरोना वैरिएंट की पहचान की गई है, जो अभी वैरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं हैंं। यानी वैज्ञानिकों ने उन्हें कम प्रभावकारी बताया है, जिसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों का कहना है, जब तक संक्रमण दर बढ़ा हुआ है, वायरस के म्यूटेट होने की संभावना बनी हुई है। फिलहाल बिना जीनोम सीक्वेंसिंग वैरिएंट की पहचान असंभव है।
प्रभावी दिख रहा है टीके का असर
डॉ. सुभाष मिश्रा का कहना है, यह टीकाकरण का असर हो सकता है कि अचानक तेज संक्रमण के बाद भी दूसरी लहर जैसी स्थिति नहीं बनी। गंभीर रूप से बीमार लोगों को छोड़कर सामान्य कोरोना मरीजों को अस्पताल लाने की जरूरत नहीं हुई। अधिकतर लोग हल्के लक्षणों के साथ प्रभावित हुए और दो से तीन दिनों में ठीक हो गए। सात दिन के होम आइसोलेशन में ही उनका इलाज हो गया।